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  • 2 days ago
CJI Sanjiv Khanna: वक्फ बिल (Waqf Bill) पर राष्ट्रपति की मुहर तो लग गई है. इसने अब कानून (Waqf Law) का रूप भी ले लिया है. लेकिन मुसलमानों (Muslims and Opposition Parties) और विपक्षी पार्टियों का इसके खिलाफ जोरदार विरोध थमता नजर नहीं आ रहा है. बंगाल का मुर्शिदाबाद (Murshidabad Violence) का जल उठना इसका सबसे बड़ा उदाहरण है. ऐसा नहीं है कि वक्फ कानून के खिलाफ केवल सड़कों (Waqf Law Protest) पर ही बवाल काटा जा रहा है. इसके खिलाफ कानून का भी सहारा लिया गया है और ये सिलसिला जारी भी
है. क्योंकि सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में वक्फ कानून के खिलाफ
तकरीबन 22 याचिकाएं (Waqf Law Petition) डाली जा चुकी हैं. सीजेआई संजीव खन्ना (CJI Sanjiv Khanna) (CJI Khanna) ने इस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए इन याचिकाओं की सुनवाई की तारीख भी तय कर दी है और बेंच का गठन भी कर दिया है. इस पर 16 अप्रैल को पहली सुनवाई होगी.

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Transcript
00:00वक्त कानून पर अब सुप्रीम कोर्ट में घमासा
00:11वक्त कानून के खिलाफ 22 से ज़ादा या चुकाए
00:16वक्त कानून के समर्थन में पहुची साथ राज्य सरकारे
00:2216 अपरेल को सुनवाई CGI क्या करेंगे फैसला
00:2616 अपरेल को सुप्रीम कोर्ट में मासांगराम होने वाला है
00:30क्योंकि 16 अपरेल को सुप्रीम कोर्ट में वक्त कानून के खिलाफ पड़ी याचिकाओं पर सुनवाई होने वाली है
00:36यहां मासांगराम शब्द का इस्तमाल इसलिए करना पड़ रहा है
00:39कि एक तो सड़कों पर वफ कानूं के खिलाफ बवाल मचा है
00:43वेस्ट बंगाल का मुच्छिदाबास तो जल ही उठा
00:46वही वफ कानूं के खिलाफ जहां 22 से जादा याचिकाय डाली जा चुकी है
00:51तो वही देश के साथ राज्यों ने वफ कानूं के समर्थन में याचिकाय डाली है
00:55ये सबी राज्यों एंडिये समर्थित राज्यों है
00:58अब सवाल ये है कि कौन-कौन सी मुख्य पार्टियां है जिन्होंने वफ कानून के खिलाफ सुप्रीम कोट में याचिकाय डाली है
01:05वहीं वो कौन-कौन से राज्ज है जिन्होंने इसके समर्थल में याचिकाय डाली है
01:10साथ ही दोनों याचिकाओं में मुखे बाते क्या हैं
01:13गौरतलब है कि सुप्रीम कोट में वफ कानून के खिलाफ पड़ी याचिकाओं पर सुनवाई के लिए
01:18सीजाई संजीब खन्ना की अगवाई में तीन जजों की बैंच गठित की जा चुकी है
01:22इसमें सीजाई खन्ना के साथ सुप्रीम कोट के जज जस्टिस संजे कुमार और जस्टिस के वी विश्वनाथन होंगे
01:29चलिए पहले जानते हैं कि कौन सी वो मुख्य पार्टियां और संगठन है जिनों लेब अफकानून के खिलाफ सुप्रीम कोट में याचिका डाली है
01:52आप से, M.K. स्टालिन, D.M.K. से, अर्शद मदनी, जमियत उलेमा हिंद से, All India Muslim Personal Law Board Association for the Protection of Civil Rights, समस्त केरल जमियत उलेमा और फ्याज एहमद जमाते इसलामी हिंद से
02:10गौर तलब है कि वफकानून के खिलाफ सुप्रीम कोट में सबसे पहले कॉंग्रेस ने याचिका डाली थी, उसके बाद अब तक 22 से जादा याचिका है सुप्रीम कोट में इंटाली जा चुकी है
02:20वहीं अब ये जानते है कि किनकिन राज्यों में वफकानून का समर्थन किया है
02:24वफकानून के समर्थन में याचिका, महरास्ट, असम, राजस्थान, चत्तिसगर, हर्याना, मध्यपदेश, उत्राखन
02:35जाहिर है ये साथो राज्यों में NDS समर्थित सरकारे हैं
02:40ऐसे मैं राज्यों की तरफ से वफ कानून का समर्थन करना लाज़मी है
02:44एक तरफ जहां सम्विधान का हवाला देते हुए
02:47समानता, धार्मेक स्वतंत दार, धार्मेक मामलो की विवस्ता
02:51अल्पसंक्यक अधिकारों के हनन की बात कही गई है और वफ कानून के खिलाफ याचिकाय डाली गई है
02:56वहीं दूसरी तरफ जिन राज्यों ने वफ के समर्थन में याचिकाय डाली है
03:00उन्होंने अपनी याचिकाओं में वफ कानून की खासियत बताई है
03:04राजिस्तान सरकार ने वफ कानून को अच्छी मंशा से लाया गया कानून बताया है
03:08तो वही राजिस्तान सरकार ने कहा कि इससे वफ से सम्मंदित सभी बात हाएं और परिशानिया दूर होंगी
03:15वही समर्थन वाली या चिकाओं में ये बताया गया है कि पुराने कानून की धारा 40 बेहद चिंता का विश्य था
03:21इससे वफ कानून का काफी दुरुपयोग होता था
03:24हलागी यहां यही कहा जा सकता है कि दोनों तरफ से अपने अपने दावे और अपनी अपनी दलीले
03:30अब 16 अप्रेल को सीजाई खन्ना की अदलत में ही इसका फैसला हो पाएगा
03:34कि सम्विदान और कानून के मताबिक किसका दावा सही है और किसका दावा गलत
03:40ऐसे में सबकी नजरे सुप्रीम कोट और 16 अप्रेल पर टिकी हुई है
03:43वफ कानून के बारे में आपका क्या ख्याल है हमें कॉमेंट में जरूर बताएं
03:47इस खबर में वासे तना ही जादा अप्डेट्स के लिए जुड़े देए वन इंडिया हिंदी के साथ

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