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  • 2 days ago
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने पार्टी नेताओं को इतिहास पर बहस से बचने की नसीहत दी है। उन्होंने कहा, 'इतिहास सही दिशा ना दे सके तो चर्चा से बचें, इतिहास को इतिहास ही रहने दें।' यादव ने नौकरी, बेरोजगारी और आरक्षण जैसे वर्तमान मुद्दों पर चर्चा करने का आह्वान किया। यह बयान रामजी लाल सुमन और इंद्रजीत सरोज जैसे पार्टी नेताओं के विवादास्पद बयानों के बाद आया है।

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Transcript
00:00Breaking News इस वक की बड़ी कबर में आपको बता दू समाजबादी पार्टी के सांसर ज्राम जिलाल सुमर्ड
00:04उन्हीं के बयान पर अखिलेश यादव समाजबादी पार्टी के मुख्या हैं
00:08उनका बयान सामने आ गया है
00:09अखिलेश यादव नसीहत दे रहे हैं
00:12इतिहास सही दिशा ना दे सके तो चर्चा से बचें
00:16इतिहास को इतिहास ही रहने दें
00:19नौकरी, बेरोजगारी, आरक्षन पर चर्चा करनी चाहिए
00:22आज हमारे साथ अन्याए हो रहा है
00:25संबिधान से ज्यादा हमारे लिए सम्मान की
00:28आज कोई चीज नहीं है
00:30तो ये नसीहत जो अखिलेश यादव की तरफ से दी गई है
00:34आप जानते हैं किस तरीके से रामजी लाल सुमन के साथ साथ
00:37इंद्रजीत सरोध सबाजबादी पार्टी के ये तमाम नेता
00:41एक के बाद एक इनकी तरफ से इतिहास के पन में पलट कर
00:43जो बयान दिये जा रहे थे उसी पर अखिलेश यादव की नसीहत सामने है
00:47मैं मेरे उनका स्टेटमेंट नहीं सुना है
00:52रामजी सुमन जी का भी स्टेटमेंट मैंने नहीं सुना है
00:54लेकिन मैं पार्टी में कहूंगा कि कोई भी सवाल इतिहास से जुड़ा नहीं कहा जाए
01:00क्योंकि कई भार इतिहास में नजाने कैसी कैसी बाते हैं
01:04मैं ये चाता हूँ इतिहास की बातें अगर हमें अच्छा रास्ता ने दिखा सकें
01:08हमें कोई पॉजिटिव रास्ते पे न ले जा सकें, हमें सकारादमग दिशा न दे सकें, तो इतियाज को इतियास ही रहने देना चाहिए, इतियास पे चर्चा नहीं कर दें
01:17और अब आपको राम जिलाल समन का वो बयान सुनबा देती हूँ, जिसको लेकर अखिलेश याधव ने पार्टी नेताओं को ये नसीहत दी
01:24अगर तुम ये को गए, कि हर मस्चित के दीचे एक मंदर है, तो फिर हम ये कहना पर रहेगा, कि हर मंदर के दीचे एक बहुत मठ है, और तुम उन्हें जबने लावड़े, इस मड़े मर्दे में तुखाड़ों, करदे मड़े उखावों गए, अबारी पढ़ दाएगा, �
01:54ये सर्फों का ओनधे लिए, हिए जब तुम बाबर को कहोगे कि ये मुसर्मान बाबर का टिये ने हैं, तो तुम्में लिश्टा लिए ने जबना के इस टाई है, वही मंदर वाले बायान को लेकर, रामचिलाल सुन की तरफ से अपनी बात को दोहरा दिया गया, एक तरीके
02:24उन्हें तो कुछ भी गलत कहा नहीं, जो कहा है उन्होंने वो तत्यों पर आधारत है.
02:54आधिक शुभाद को ने बगारे ऐसी मेरी उन्हें से पढ़ा है.

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