मंदिरों और हिंदुओं के DNA पर ये क्या बोले समाजवादी नेता? देखिए
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00:00नमस्कार मैं हूँ आशी श्रिवास्तोर और आप देख रहे हैं आज तक आज की खबर जो है वो काफी दिल्चस्प भी और कह सकते हैं जो विवाद है वो मंदरों को लेकर बयान बाजी देता हुआ नजर आ रहा है याली कि बयान बाजी बिल्कुल भी तम होती नगर नहीं आ
00:30हैं और कहीं MLA है कौसांबी के मंजन पुर्च उन्होंने एक बयान दिया और मंदिरों पर सवाल खड़ा कर दिया है कि अगर मंदिरों में इतनी ताकत होती तो उनको मुगल कैसे लूट कर ले जाते यानि कि साफ तोरते उन्होंने DNA पर भी एक तरीके से सवाल उठा है एक �
01:00मंदिरों परटे के बिधायक हैं महासीचिव हैं परटे के और इस तरीके के बयान देते आये हैं यहीं नहीं और इस से पहले भी राम जी मुड़ें उखाड़े जाएंगे
01:21तो फिर मंदिरों के नीचे बहुत के भी मठ निकल कराएंगे
01:27यानि कि साफ तोर से उन्होंने ये कहा है
01:29कि जिस तरीके से मस्जितों के नीचे मंदिर धूने जा रहे हैं
01:34मंदिर जगे जगे धूने जा रहे हैं
01:36अगर मंदिरों को भी उखाड़ा जाएगा
01:37तो इसके नीचे बहुत के बंदिर नजर आएंगे
01:40तो इस तरीगे के बयान बाजी है
01:41हम पहले आपके बयान सुनवाते हैं
01:44और उसके बाद उतर प्रदेश तरकार के मंत्री
01:46दैसंकर सिंग का क्या इस पर रेक्शन है
01:50वो भी दिखाते हैं
02:07हमारे सरा और मंत्री द्याशंकर सिंग जी मौजूद है
02:31द्याशंकर जी समाज वादी पाटी के नेता है
02:34इंद्र जी सरोच
02:35और वो ये बयान दे रहे हैं कि अगर मंदिरों में भारत के इतनी ताकत होती तो महमूद गजनवी और मुहम्मद गोरी जैसे लोग भारत में कभी नहीं आ पाते
02:44देखे मुहम्मद गोरी और अरंग जैब यहां के गद्दारों के खारण आए और आज भी गद्दार जो है आज भी भारत में जीवित हैं इसलिए इस तरह की बाते को यह लोग करते हैं
03:04बारतिय संस्कृति बारतिय सब्वेता को आज पुरी दुनिया सिवकार कर रही है आज जो है लोग जो है विद्देशों से आकर के यहां हरे रामा हरे किष्णा कर रहे हैं
03:19आपने देखा कई देशों के राष्टा धिक्षा करके आज हो है कुम में अस्तलान कर रहे हैं
03:25आज दुनिया के लोग आज अज अफने मुक्ति के लिए आज भारत आ रहे हैं
03:34और भारत के लोग इस थरह के बात करके
03:37भारत के संस्कृति और सभ्यता पर प्रस्टिशिन खड़ा करते हैं
03:43तो ये दुरुभा के पून है
03:45राम का नारा नितिक नारा नहीं है
03:57राम तो आदमी जब पैदा होता है तब से
04:02और जब उसका अंतिम समय आता है तब से
04:05उसको राम याद आते हैं
04:07और राम के नाम लेकर के लोग अपने जीवन को सार्थक बनाते हैं
04:13और अंतिम समय में जब प्रलोग को जाते हैं
04:18तब ही राम राम कहते हैं कि उनको स्वरग में आस्थान पराप्द हो
04:23तो राम का सब्द बोलना ही अपने आप में स्वरग जाने का समान है
04:29तो कितनी बड़ी बात होगी जब बच्चे होंगे पैदा हुए होगे इनका नाम जो है राम जी रखा गया होगा
04:58तो कम से कम कुछ तो उसका गूण आना चाहिए।
05:02अगर आकलेश राधा पहुंच रहे हैं कि आखलेश राधा पौंच रहे हैं आएज दो दो हाथ हो जाए।
05:08अखलेश राधा जान बुझ करके यह बयान दिलवा रहे हैं।
05:12ये क्योंकि ये बियान अपके बल रामजी लाल सुमन जी तक नहीं है. जदी रामजी लाल सुमन जी ने जदि बोला था तो इसकी पने वो खेद भी प्रगट कर सकते थे अप जो है. लेकिन समझवादी पारटी के सोच को दरसाता है. समझवादी पारटी पहले भी ऐसे करती �
05:42आप तरह से समाज को दूसित करने का काम करते हैं, जिससे लोगों में धार्मिक या और दुर्भोना है पहले जिसके कारण जो है इस तरह के बाते हैं लुक करते हैं
06:12ये ये समझवादी पाटी है और ये मानी अखिलेज जी के निर्देश पर ही बोलें
06:16तो दिखे जिस तरीके से आपने रियक्शन सुना
06:32क्या है उत्रप्रेश सरकार का बयान एक तरीके से
06:35उन्होंने साफ टौरते इस पूरी राजनीती बताया है
06:39और रामजी लाज सुमन के बयान पर उन्होंने साफ ये भी कहा
06:42कि उनका नामी राम से सुरू होता है तो उनके प्रिता जी से पूछना चाहिए
06:46कि आखिर उन्होंने नाम किसले रखा था
06:48तो ये एक वास्तविक्ता है इस पूरे सिनेरियो के लेकिन उत्रप्रदेश में जिस तरीके से नाम को लेकर राजनीती पहले शुरू हुई उसके बाद जब संभल में मजजित का विवाज शुरू हुआ उसके बाद बयान बाजी शुरू हुई और वहाँ पर जब मंदिर
07:18सांसद रहे हों इससे पहले राम जिलाल सुमन उन्होंने बयान दिया था जिसको लेकर पूरा विवाद खड़ा हुआ उसके बाद अगर हम बात करें तो अभी फिर इनजी सरोष ने जो बयान दे दिया है उसको लेकर भी अपूरी तरीके से विवाद की इस्ततियत पन हो ग
07:48सांसद रहे हैं कि किस तरीके समाज़वादी पार्टी और बीजेपी के बीच में बात विवाद भी बढ़ रहा है और कहीं ना कहीं एक दूसरे पर कटार्च कर रहे हैं अला कि साफ तोड़ते अब जो समाज़वादी पार्टी के चीफ हैं अकलेश आदो वो खुद अब �
08:18के चीफ अकलेश यादव का ही हाथ है जैसा बीजेपी के मंतुरी कहते आए हैं इस पूरे बयान को आप फिर से देखिए और इसे के साथ मुझे इराज़त दीजिए नमस्क्रा अगर तुम यह को है कि हर मस्चिद के दीचे एक मंदर है तो फिर हम यह कहना पर दाएगा कि हर म
08:48करें बड़न हुग है कि जब तुम बाबर को कहोगे कि ये मुस्रमान बाबर का पिये निया है तो लेकित विर्टा फैलागा जैसे हिदुस्तान के मुस्मानों को बाबर के अवलाब बताते हैं हम कहना चाते है सब जब-देश सब्सक्रा नहीं है
09:15कि आधि और मुसल्माने था दिया कि विता कि मिल्टी से जती मौबच हुनों को है उस लिए है उसे लिए जालिये दिया कि हिंदूस्तान के मुसल्माने को पना आदर्श में बादा व मौबच साथ को ना दर्ष माद ने
09:37जो देन रही उन लोगों से हिंदुस्तान के निसमान को भावरकी और आप बतारे नहीं है
09:49जब जब इसbourड नबी है Пр�� कि उसे कि से सब्सक्राव करते कि ध्यों से को जोका फिनाओ mo
10:00अब लगाई क्लंपीर इसलिये को हमने लेविया कि इन उस्तान के मुसल्माने तो कमी बाबत को प्रादर्श निमाना वसे मुद्ध साथ को प्रादर्श मांते हैं
10:12वुद्धे सेंटों को मांते हैं को हमने तुस्ट लिया एगे