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  • 2 days ago

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00:00नमस्कार दोस्तों आज बात करेंगे कि भारत ने चाइना के उस प्रस्ताव को जिसमें उसने कहा था कि भारत का जो अपार घांटा है वो उसे कम करने के लिए तैयार है को भारत ने पूर्ण तहार रिजेक्ट करते हैं
00:24तो आईए विशलेशन करते हैं और समझने की उसिश करते हैं कि आकर यह क्या गटना क्रम है और इससे भारत को और चाइना के जो संबंद हैं भारत अमेरिका के संबंद हैं उन पर क्या प्रभाव कड़ेगा तो देखिए क्या हुआ है कि अभी हाल में ही जैसा आपको पता है �
00:54और यह टरेववार बढ़ता जा रहा है और अब एक चीज बहुत इसपस्ट हो चुकी है कि चाइना की अमेरिकी मार्केट में लगभग इंक्रीग खत्म हो गई तो अब उससे परिशान होकर बेचैन होकर चाइना नए मार्केट को ढून रहा है और उसमें जो सबसे नया मा
01:24चाइना ने भारत को प्रस्ताव दिया है कि जो व्यापार घंटा में भारत और चाइना के बीच में वह से कम करने के उपाय को अपनाएगा तो पहले तो हम समझ लेते हैं कि आखिर चाइना और अमेरिका के बीच में व्यापार कितना है और उसके बाद फिर भारत और चाइ
01:54और 438 billion US dollar का सामान चाइना निर्यात करता है अमेरिका को,
02:02यानि कुल मिलाके चाइना को इस व्यापार से 295 billion US dollar का फाइदा होता है,
02:08जो अब अमेरिकी बजार में इंट्री खत्म होने से उसे नहीं होगा,
02:11यानि नुकसान होगा, तो इस नुकसान की भरपाई करने के लिए चाइना को नए बजार चाहिए,
02:17और अमेरिका के बाद भारती बाजार उसके लिए बहुत फाइदेमंद बजार है,
02:21तो वो चाहता है कि आप भारत को भी भारत के concern को भी address करें,
02:25जिससे भारत आगे भी उनके साथ बढ़िये व्यापार करता रहे,
02:28तो उसी कड़ी में चाइना ने भारत को प्रस्ता हो दिया,
02:32अब समझते हैं भारत और चाइना के बीच में व्यापार कितना है,
02:35तो देखिए भारत और चाइना के बीच में कुलमला के लगबख 118 billion US dollar का व्यापार होता है,
02:41जिसमें से चाइना भारत को निर्याद करता है 100 billion US dollar का सामान,
02:49जबकि भारत चाइना को केवल 18 billion US dollar का ही सामान निर्याद करता है,
02:53तो भारत और चाइना के बीच में लगबख सो बिलियन यूएस डॉलर का व्यापार घंटा है भारत का तो भारत बार बार इसे कंसर्ण करता रहा है लेकिन अब चाइना चुकि अब उसे भारत की भौजदा अवशकता है तो वो इस चीज को अब एड्रेस करने के लिए तैया
03:23अब हम समझते हैं कि आखिर भारत क्यों इच्छुक नहीं है
03:53चाइना के इस प्रस्ताव में तो उसकी बज़ह यह है कि इस समय वो देख रहा है कि यूस और चाइना के बीच में एक टैरिफ बॉर चल रहा है जिसकी वजह से यह दि
04:18पर भारत में वह गुड़्स की स्मंगलिंग करता है चाइना विशेश तोरपे फार्मा सामान की स्मंगलिंग कर लेता है भारत से जो उनको आवशाक होते हैं फार्मा के गुड्स उनको चाइना में फिर इसके बाद भारत चूकि अभी युएस के साथ एक ट्रेट डील करना �
04:48इसके अलावा चाइन भारत मैं बड़ा निवेश करना चाहता उनकी इन इमगल नवेश करना चाहती है उनकी उनको कम्पनी कंपनी है यह को भारत को प्रमेर्टों ख़ dwटा में है बर्षाम प्रक्रप में लॉब हमेयं चाइना के प्रस्ताओं से दनका दो नुखसान होगा
05:18के सांद जो वो ट्रेट डील करना चाहता है उनको ध्यान में रखते हैं बहुत साउधानी के सांद द्यावार करना चाहिए जिस से उसे किसी भी तरह का भविश्मन नुकसान नाव धन्यवाद
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