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'वक्फ' के विरोध में जगह-जगह प्रदर्शन, हिंसा भड़काने की साजिश किस की? देखें श्वेतपत्र

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00:00इसलाम में पाँच बातें फर्ज कही गई है या मुसल्मानों के लिए जरूरी मानी गई है जो उन्हें करनी ही है एक इश्वर पर यकीन नमाज, रोजा, जकात और हज
00:19लेकिन इनमें से कोई भी देश में चर्चा का केंद्र नहीं है यानि इसलाम के पांच स्थम्भों पर कहीं कोई बात नहीं हो रही है हंगामा मचा है वक्फ पर
00:29नमस्कार मैं हूँ श्विता सिंग और आज श्वित पत्र में हम विवाद के इसी मुद्दे के हर पहलू को आपको समझाएंगे
00:37सरल भाशा में पेचीदा सवालों के जवाब ढूंडेंगे और वक्फ के विवाद पर तर्प और आंक्डों के साथ पेश करेंगे श्वित पत्र
00:46अपनी ताकत के बल्बूर्दे पर भारे सरकार ये विल आई है
01:03अकलियत की हैसियत से मैं ये कहना चाहता हूं कि ये टोटली अनएकसेप्टेबिल हैं हम इसको रिजेक्ट करते हैं लड़ाई जाएंगे
01:12बहुत ही जन बिरोधी क्तानों है
01:14इसका सरफ एक ही मकसद है
01:42ये चाहते हैं कि वक्ष बोर्ट पर भाजपाईयों को बिठाएं और वक्ष की सारी प्रॉपर्टी को हडप ले
01:49भारत का कानून पूरे भारत में लागो होता है
01:56वक्ष को लेकर हिंसा की घटनाओं में इंधन कौन डाल रहा है
02:02क्या साजिशों की चिंगारी भढ़का कर हिंसा की आग लगाई जा रही है
02:10वक्ष बिल फ्रीडम ओव रिलिजन पर आक्रमन है
02:17राहूल गांधी इस नॉट श्योर ओफ वाट तो से और वाट नॉट तो से
02:21क्या वक्ष को लेकर राजनीतिक दल चुनावी रोटियां सेंक रहे हैं
02:49क्या ये तुष्टी करण बनाम धुरुवी करण की लड़ाई हो रही है
02:52अरी धार्मिक सुतंतरता मजभी अजादी और सम्विधान से टकरा वाला ये कानून है
03:00ये विरोध कर रहा है कि जो कानून बना है वो कानून वापिस सरकाल ले
03:03अल इंडिया मुस्री परतना बोर्ट के आवान पर ये धरना मुनकित हुआ है
03:08ओल इंडिया मुस्री परतना बोर्ट जो अपने मेजी सुष्वार्थों के लिए काम करती है और कॉंगरेस के टूल किट है
03:15ये जो बिल पास किया गया है, ये सरासर गलत है, गयर कानूनी बिल है
03:19सुप्रीम कोट से हमारे लोगों को जो लोग इस बिल के बारे में गए है सुप्रीम कोट में उनको इंसाफ देगा
03:28हमारा एहतिजाज अभी भी जारी है और जब तक जारी रहेगा जब तक ये बिल वाकुस नहीं दिया जाता
03:38वक्फ को लेकर देश भर में लगातार पढ़ते प्रदर्शनों के पीछे वजहें क्या है क्या वक्फ को लेकर आम लोगों में असमंजस की स्थिती है
03:49तो अब सब्सक्राइब कर रहे हैं तो अब सब्सक्राइब करें लोगों के अंदर एक डिस्पेर एक निराशा का भाव उसको अड्रस करेगा
04:11अगर नए वक्फ कानून के खिलाफ अदालत में याचिकाएं बढ़ती क्यों जा रही है क्या नए कानून को लेकर मुसल्मानों में कोई डर है या सरकार पर भरोसे की कमी है
04:31इस बिल से बिल्कुल घबराने की जरुवत नहीं है परेशान होने की जरुवत नहीं है और पॉलिटिकल लोगों के बहकावे में ना आएं और कोई भी उगर परदशन करने की जरुवत नहीं है
04:49जो धन्ना सेट लोग हैं जो बड़े लोग हैं उनहीं के पास सारी
04:53प्रोपर्टीस हैं मैं तो सरकार से नहीं कर दोखांब कर ना को continuing
04:56सबसे पहले हैं जो मुसल्मानों göre ठेकेदार बने पिर रहे हैं और अपने
05:00स्टेपको मुस्लिमान का भी धर्म का इठेकदार मानते हैं
05:03और चाहते हैं कि बही हमारी आवास पे तमाम
05:06मुसलिमान इंक ता हो जाए, चल जाए, और कहीं हम जो
05:09चाहें जैसा चाहें, मुसल्मानों को तर सहाँ रिवे नि ऽीजिए
05:14और इनकी प्रोपटियों की जाच की जाएगा।
05:44अब समझे कि अनुचे 26 क्या है। ये किसी भी धार्मिक समू या संप्रदाय को ये अधिकार देता है कि वो धार्मिक और परोपकारी संस्थाइं स्थापित करें उन्हें संचालित करें।
06:00सरकार का तर्क है कि संचोधन जरूरी था क्योंकि वक्स बोर्ड का काम पारदर्शी न होने के कारण कानूनी विवाद खड़े हो रहे थे।
06:09रहे थे।
06:31राज्य राज्य विरोध, शेहर शेहर प्रदर्शन, नगर नगर नारे बाजी,
06:53वक्फ कानून 2025 के खिलाफ, मुस्लिम समाज की नाराज़गी बढ़ती जा रही है, और देश के कई राज्य इसकी चपेट में आते जा रही है,
07:23वक्फ कानून के विरोध के लिए न सिर्फ सडकों पर प्रदर्शन हो रहे हैं, बलकि मस्जिदों से तक्रीरे हो रही है,
07:39काली पटियां बांध कर प्रोटेस्ट किया जा रहा है और सोशल मीडिया पर भी जोरदार ढंग से कानून का विरोध किया जा रहा है,
07:45सरकार का काम है कि जैसे उन्होंने किसानों के बिल को वापिस लिया है इसी तरह इस बिल को भी दोबारा लाएं और इसको वापिस लेना काम करें
07:58और यह लड़ाई है और यह लड़ाई हम इंशाला जारी रहेंगे जब तक यह बिल वापस ना ले
08:05वक्त मसले पर एक तरफ प्रदर्शन चल ही रहे हैं, दूसरी तरफ कई मुसलिम संगठनों ने भी नए कानून के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है
08:35अल इंडिया मुसलिम पर्सनल लॉबोर्ड ने लंबी लड़ाई छेड़ दी, अल इंडिया मुसलिम पर्सनल लॉबोर्ड के बैनर तले 10 अप्रेल से 7 जुलाई तक वक्त बचाओ मुहिम शुरू की गई
08:52इस मुहिम के तहट सभी राज्यों की राजधानियों में धर्ना प्रदर्शन और गिरफतारी का कार्यक्रम होगा
09:01जूमे की नमाज के बाद यूमन चेन बनाकर विरोध किया जाएगा
09:0522 अप्रेल को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में वक्त की हिफाज़त कार्यक्रम होगा
09:1130 अप्रेल को घर, दफ्तर, फैक्टरी में आधे घंटे लाइट बंद करके ब्लैक आउट किया जाएगा
09:17देश के 50 शहरों में प्रेस कांफरेंस और प्रबुद्ध समाज की बैठके होंगी
09:23बोर्ड की महिला विंग भी देश के अलग-अलग राज्यों में कार्यक्रम करेगी
09:27आज हम इस बिल को रिजेक्ट कर रहा है, इस कानून को हम मानने को तैयार नहीं है
09:32कि ये कानून जो लाए है, ये हमने जो हमारे बड़ों ने, यानि मुस्लिम परसनला बोर्ट और जमितलमा हिन ने जो सुझाओ दिये थे, वो नहीं माने गए
09:43और अपनी ताकत के बल्बूरते पर भारे सरकार ये बिल लाईए, इसको हम पसंद नहीं कर रहे हैं, और काफ की जादादों के लिए इसको नुक्सान दे, मानते हैं, तो हमारी बात को सुनना चाहिए, हमारी बड़े लोगों की बातों को सुन कर दुबारा इस पर विचार
10:13की प्रति फाड़ी गई, हंगामा और हाथा पाई भी हूँ
10:43पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क गई
11:04मुर्शिदाबाद में भड़की हिंसा के बाद राजनीती जोरों पर है
11:14बीजेपी ममता सरकार पर तुष्टिकरण के आरोप लगा रही है
11:20ममता बनट जी जिस तरीके से एपीजमें पॉलिटिक्स कर रही है
11:28आगे आने वाले समय में बंगाल पश्चिम बंगाल रहेगा इके पश्चिम बंगलादेज बन जाएगा
11:34इसको लेके आप पश्चिम बंगाल की हिंदुओं के मन में डाउट हो रहा है
11:40मुख्यमंत्री ममता बनर जी वक्फ कानून का विरोध करते हुए
12:05उसे राज्य में लागू न होने देने का आश्वासन दे रही
12:08आप लोगों को एक साथ में रहे के बचना है
12:36उधर बिहार में तेजस्वी यादव ये आश्वासन दे रहे हैं कि सत्ता में आए तो राज्य में वक्फ कानून लागू नहीं होने देंगे
12:45एक तरफ है राजनीती दूसरी तरफ साजिश की आशंका और इस आशंका को बल मिला पश्चम बंगाल के मुर्शिदाबाद की कुछ तस्वीरों को देख कर
13:05वक्फ कानून विरोद की तक्रीर नहीं है
13:35में आरेसेस से लेकर बाबरी तक का जिक्रा गया वक्फ कानून की मुखालफत में पांगलादेश की तरह बोदी सरकार के तक्ता पलट का अहवान कर दिया गया
13:46ताही आजके शोमाहेशेचे पांगलादेश देके शिक्खानेवाद की शिक्का शोमाहेशेचे पांगलादेशे बिजे-पिर्चे फितिक चिलो हासी नार्मारकार के तारा उत्कात करेचे
14:00क्या ये बायान हिंसा के लिए उक्साने की सोची समझी साजिश नहीं है
14:20क्या ये भाशन वक्फ कानून की आड में दंगों के लिए भड़काने की साजिश नहीं है
14:25वक्फ कानून के विरोध में पहले मुर्शिदाबाद में हजारों लोग जुके
14:30किसी के हाथ में तिरंगा था, किसी के हाथ में मजहभी पोस्टर तो कोई-कोई फिलिस्तीन का जंडा भी लहरा रहा था
14:37लेकिन हिंसा कैसे भड़की, इसकी तस्वीर भी सामने आ रही है
14:41मावरी मस्जिद आमादेर कास्ते के केरेना हो
14:49आमी मोदी साथ अरे सेचर गुंदाबाहीनी के उत्ते स्वकरता दिश्ची आकर समकरे बलता चाई
14:56मुसलमंगर के जेखाने अरे सेचर समका गुरिश्टो रहे छे
15:00वक्त के विरोध में अलग-अलग तरह की धमकियां देश के कई राज्यों से सामने आ चुकी है
15:15सड़क से संसद तक लड़ाई के कई ऐलान हो चुके है
15:19लेकिन मुर्शिदाबाद में जो हुआ वो चौकाता है
15:22सवाल यही उठता है कि क्या मुर्शिदाबाद की प्रयोग-शाला से निकले नफरत के रसायन से देश भर में आग लगाने की तैयारी थी
15:31हमारों यह जिक्कत है कि हमारों इधर में 33% माइनोरिटीज है
15:38तो हम क्या करेगा उसको निकल देगा कैसे निकल सकता है यह तो आज नहीं है आज अदिका टाइम से यह वाकफ हम लोग सेंट्रल गवर्मेंट भाजपा गवर्मेंट जो बिल लाए हैं हम उसका बिरोत करते हैं
16:03यहां पर बंगाल का चीप मिनिस्टर ममता बैनर्ट जी क्निर करके बता दिया कि वह बिल का जो बैड साइट्स है वह बंगाल में इंपलिमेंट नहीं होगा
16:15मुर्शिदाबाद एक उदाहरण है लेकिन वक्फ संशोधन पर जेपीसी में चर्चा हुई
16:36संसद के दोनों सदनों में कुल 25 घंटों की चर्चा के बाद बहुमत से फैसला हुआ राश्ट्रपती की मंजूरी के बाद कानून बना
16:45मुर्शिदाबाद की घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियां ऐसी किसी भी साजिश के खिलाफ चौकननी है
16:57और सरकार में योजना बनाई है कि मुसल्मानों को वक्फ कानून के बारे में समझाया जाए
17:03बीजेपी ने इसके लिए जन जागरण अभियान चलाने की तैयारी की है
17:07इसके तहट नेता और कार्यकरता मुसल्म समाज के बीच पहुँचकर उनको वक्फ संशोधन कानून के फायदे गिनाएंगे ताकि कोई उन्हें गुमराह ना कर पाए
17:16आप देख रहे हैं आज तक और आपके साथ मैं हूँ श्वेता सिंग
17:26हम आपको सीधे सरल तरीके से वक्फ के बारे में बताते हैं
17:31मुसल्म समाज में अपनी मर्जी से अपनी संपत्ती दान करने की प्रक्रिया है
17:36जिसे वक्फ कहा जाता है ये दान अल्लाह के नाम पर किया जाता है
17:41और इस दान की हुई संपत्ती की देखरेक की जिम्मेदारी वक्फ बोर्ड की होती है
17:47ये प्रॉपर्टी, जमीन, जायदाद हो सकती है या फिर पैसा भी हो सकता है
17:52हर राज में एक स्टेट वक्फ बोर्ड होता है
17:55स्टेट वक्फ बोर्ड दान की हुई संपत्ती की देखरेक के लिए एक मुतावल्ली या केर्टेकर नियुक्त करता है
18:02वक्फ को मुसल्मान सदकाए जारिया कहते हैं यानि मर्जी से किया गया एक ऐसा दान जो उसके मरने के बाद भी कामाता रहे
18:12लेकिन अब जो नया कानून आया है उसको लेकर मुसल्मानों को क्या-क्या डर, संशय या आपत्तियां हैं आपको दिखाते हैं
18:21नए वक्त कानून को लेकर मोटे तौर पर मुसल्मानों की पाँच आपत्तियां
18:43पहली आपत्तिये, आखिर सरकार को दस साल के कार्यकाल के बाद अब क्या जरूरत महसूस हुई
18:51कि उसने कानून में बदलाव कर दिया, क्या सरकार मुसल्मानों के अधिकारों का हनन कर रही है
18:57गरत तरिके से दूसरा का जमेन को हरब ना ले, इसको प्रतिबन लगाने के लिए, रोकने के लिए, अच्छा सोच के साथ हम ये बिल ले क्या आए है
19:10दूसरी आपति ये, कि क्या अब सरकारी हस्तक्षे बढ़ जाएगा? क्या सरकार की तय करेगी कि कौन सा प्रॉपर्टी वक्फ है, कौन सी नहीं?
19:20क्या डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर की ताकत इतनी बढ़ जाएगी कि वो किसी भी मस्जित का भविश्य तय करेगा?
19:26तीसरी आपति, ये वक्फ जमीन को लेकर जो पुराना कानून था, वो कहता था कि अगर कोई जमीन लंबे समय से वक्फ इस्तमाल कर रहा है, तो वो वक्फ ही रहेगी, जरूरी कागजात ना भी हो, तो भी उसे वक्फ ही माना जाएगा
19:45लेकिन अब नए कानून में वक्फ बाई यूजर क्लॉज हटा दिया गया है, मेरे मदर से मस्जिदों, खानखाओं को और दरगाओं को रिशाना बनाया जा रहा है
19:56चौथी आपत्ती है, गयर मुस्लिमों की वक्फ ट्रिब्यूनल में एंट्री को लेकर, पहले सिर्फ मुसल्मान ही इसके सीओ या मेंबर होते थे, अब इसका सीओ कोई गयर मुस्लिम भी हो सकता है
20:07बोर्ड में दो सदस्य भी गयर मुस्लिम ही होंगे
20:10पांचवी आपत्ती सर्वे कमिश्नर की नियुक्ति को लेकर है, पहले ये नियुक्ति राज्य सरकार करती थी, अब ये अधिकार डिस्ट्रिकिट कलेक्टर के पास है
20:21लंबे सवाल नहीं, लंबे जवाब नहीं, सपष्ट सटीक ताकि बात आप तक पहुंचे, इसलिए रापिड फायर राउंड ये श्वेत पत्र का है, श्वेत पत्र का प्रशन पत्र और इस समय हमारे साथ पूर्व कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद जी हैं, बहुत स्�
20:51के हसाब से?
21:21ये मेनेजर साब की मेनेजर ठीक चल रही है गरबर चल रही है
21:25अब एक-एक सवाल का जवाब दीजे वो डर जो मुसलमानों के मन में है
21:29क्या मुसलमानों की मस्जिदें वक्फ कानून के जरिये उनसे छीन ली जाएंगी
21:33कब भी नहीं इस अदर में कहा गया मैं भी कहता हूं कब भी नहीं
21:38पुरानी संपत्या जो वक्फ की गई उनके कागजात मिलना मुश्किल है तो क्या उन पर खत्रा बढ़ रहा है
21:44नहीं कोई खत्रा नहीं बढ़ेगा देखिए फिर मैं कहता हूं
21:48आपके इस सवाल के जवाब को मैं थोड़ा सा एक लाइम में विस्तार करता हूँ
21:53कितने स्कूल बने, कितने कॉलेज बने, कितने अनाथाले बने, कितने अस्पताल बने, कितने स्किल सेंटर बने
22:03यही तो काम है ना जरीबों के लिए
22:05तो आठ लाक संपत्ती है जो सदर में बताया गया
22:09तो मैं तो चाहूंगा इसका बकाइदे सर्वे होके देश को बताया जाए
22:14और आप से मैं कहना चाहता हूँ
22:17आपका भी मेरे शेहर पटना से लगाव है ना
22:21बंगला चौराब बाए तरफ मुड़ी है
22:23और दने तरफ जो बड़ी बड़ी अट्टा लिकाएं खड़ी है होटल में और मॉल में
22:29उसमें कितने वक्फ की जमीन पर हैं यही ज़रा देख लीजिए
22:32तो गरीबों के लिए क्या हो रहा है वक्फ की संपत्ती पर
22:37यही तो वाकिफ का इरदा था ना
22:39तो यह कानून उसको सपष्ट करता है
22:42क्या जिन जमीनों पर कबरिस्तान बने हैं वो छीने जाएंगे
22:45बिल्कुल नहीं न कबरिस्तान न इबादत घर न इमाम बड़ा न मस्जिद बिल्कुल नहीं
22:53और मदर्से जिन मदर्सों के काघजात नहों
22:55नहीं मतलब से काम करें तो क्यों चीने जाएगे बिल्कुल नहीं अगर काम कर रहे हैं तो नहीं चीने जाएगे बिल्कुल नहीं
23:01क्या district collector की जो ताकत है वो वक्फ tribunal से ज्यादा हो जाएगी देखिए यह सोच बहुत बेबुनियाद है
23:08कई जगह सरकारी जमीन को हरपा गया है ना वक्फ के नाम पर संसद वक्फ है वहां का फोर्ट विल्यम में आपने इंट्रिव्यू किया था ना कलकत्ता में
23:19मौनिक शक के फिल्म पर वो कारें यह भी हमारा वक्फ है संसद हमारा वक्फ है तो ऐसे लोगों को कलक्टर के पास यह पावर है आप जो सरकारी जमीन को क्लेम करते हैं बताईए इसका सोर्स क्या है
23:33क्या डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर किसी भी मस्जिद को वक्फ से बेदखल कर सकता है नहीं बिलकुल नहीं बिलकुल नहीं आपको में एक एगजांपर बताए पठना में गर्दनी बाग में एक तालाब है सरकारी जमीन है वहाँ छट मियारक होता है दूर पाँच किलो मेटर �
24:03ऐसे मामलों में कहलेक्टर को हश्चित निश्चित करना चाहिए
24:07वखफ बोर्ड में गयर मुसलमानों की एंट्री के पीछे क्या सोच?
24:12परी बाफ है की पसमअन्दा है तो अच्छी बात है ते पिषडे मुसल्मान हैं पिषडे मुसल्मान है
24:19मुस्लिम समाज की बेटिया ये बेहने आए तो अच्छी बात है
24:22आप अगर देखेंगी तो उसमें जो इंपॉर्टन्ट लोग जो है
24:27एकाडमिशन हैं, क्वालिफाइड लोग हैं, मनेज़रन के एक्सपर्ट हैं
24:31उसमें आने में क्या दिक्कत है
24:32अब देखिए, ये पूरी भाहस बड़ी बेमुनियाद है
24:35मैं चाहता हूँ, आपका शो दिखा जाता है
24:38आप मुझे बताई है
24:40बाबा बैदनाद दाम के जो ट्रस्ट हैं
24:44लोकल इंपी उसके हेड होते है
24:46कि अबर मुस्लिम इंपी रहे, वो भी हेड रहे
24:49ऐंदू हेड होते है
24:51फिण श्रिकान जी ने बखाईद हाॉस में इस बात को कहा
24:53ये जो पुरा चलिटी कमिशनर होता है
24:57चलिटी पहुआ हिंदू चलिटी, फैडिटी
24:59जैन चलिटी एक सब को देखता है
25:01तो कहेंगे कि हमारी
25:03charity के लिए Muslim charity commissioner हो
25:05ये पूरी सोच ठीक नहीं है
25:07ये वक्फ by user का clause क्यों हटाया गया
25:09इसका दुरूपयोग बहुत हो रहा था
25:12देखिए तीन इसकी मेन बात ध्यान रखिए
25:14शिया वक्फ, सुन्नी वक्फ क्यों भाई
25:16सब मुसलमान को एक निदर से देखो
25:18सब अल्ला के बंदे हैं
25:20दुरसा वक्फ by user का
25:22बहुत दुरूपयोग इसी प्रकार से होता था
25:24वह ये तो हमारा वक्फ by user है
25:26एक निता थे ना
25:30न खाता न भही जो चाचा कहे वो सही
25:33तो न खाता न भही
25:35जो मेनेजर सहाब कहे जो सही
25:36ये पूरा कानून
25:38मेनेजर सहाब की मेनेजरी को
25:40पारदर्शी जवाबदारी
25:42और इमानदार मनाने की कोशिश है
25:44और देखिए
25:46मैं बड़े
25:47विश्वास से बोलता हूँ
25:50वाक्फ ने वफ किया
25:52अल्ला के नाम ताकि गरीब
25:54दीनों की सेवा हो
25:56क्या मेनेजर सहाब की सेवा
25:58नहीं हो रही है क्या
25:59तो अगर अंग्रेजी के एक लाइन में कहूं
26:02श्वेता जी
26:02दे इश्व वरी सिंपल
26:05विदर प्रापर्टी ऑफ दे वाकिफ
26:08इस बिंग यूज़ फर दो वाक्फ
26:09और इस बिंग अब्यूज़ बाइजर
26:12यही तो सवाल है
26:14क्या सरकार का हस्तक शेप
26:17नहीं बढ़ जाएगा वक्फ कानून के बादे
26:19नहीं सिविल कोर्ट का है न
26:20इसको इसलिए तो कहा गया
26:22अब तो सरकार को सिविल कोर्ट में
26:24और देखिए मैं तो आलग मज में जाईए
26:27बाके जगा जाईए मसलमान रोते हैं
26:29तो आज उनके पास अब ट्राइबनल में
26:34जो काम होता है आपको मालूमी है
26:35तो इसलिए ट्राइबनल भी है अब सिविल कोर्ट का भी रास्ता है
26:38ताकि आप अपने सबूत से बताईए कि ये हमारे
26:42वालिद साहब की जमिन है
26:44वक्फ कानून की पहली सियासी परीक्षा बिहार में होगी
27:01क्योंकि लगभग 6 महीने बाद यहां विरहान सभा चुनाओ होने है
27:05और आबादी के हिसाब से देश की तीसरी सबसे बड़ी मुस्लिम जनसंख्या
27:10इसी राज्य में रहती है
27:11बिहार की राजनीती दो धड़ों में बटी है
27:13एक तरफ वक्फ कानून 2025 के समर्थन में एंडिये है
27:18जिसमें बीजेपी, जेडियू, लोग जनशक्ती पार्टी रामविलास और हिंदूस्तानी आवाम मूर्चा है
27:24दूसरी तरफ विरोध में कॉंग्रेस, आर्जेडी, वामपंथी दल, AIMIM और प्रशांद किशोर की पार्टी जनसुराज है
27:32मुस्लिम वोटों की विसाथ पर बिहार में शेह और मात का खेल चल रहा है
27:36हंगामा है, हलचल है, बवाल है, क्योंकि बिहार के लगभग 18 प्रतिशत मुस्लिम वोटों का सवाल है
27:59लगता है तेजस्वी जिल की शरकार बनना है नहीं, असंसस से जो कानून पास होता है, उसको पूरे देश में लागू होता है
28:20तेजस्वी जादब गड़ी पसपांदा मुसल्मानों के विरोधी है
28:25जनता उनके राजनीत के पन्नों को फार फार कर चितरा चितरा कर ठेक दिये
28:32अब कोई आधार नहीं बचा है तेजस्वी जी को जिस पर खड़ा होकर बिहार की राजनीत कर सके
28:44जातियों की प्रयोग शाला कहे जाने वाले बिहार में मुस्लिम वोटों की एहमियत हमेशा से रही है
28:52लेकिन मुस्लिम वोट यहां किसी एक दल की ताकत नहीं रहे
28:55बलकि थोड़े आरजेडी, थोड़े जेडियों, थोड़े लोग जन्शक्ति पार्टी, थोड़े हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और कॉंग्रेस के पास जाते रहे
29:04अब सवाल यह है कि वक्त संशोधन के बाद मुसल्मान क्या सोच रहे हैं
29:09ए बल दस्तूर हिंद के खिलाफ है, शरियत के खिलाफ है, थैकि निटीश कमार से हमारा कोई अकटलाफ नहीक malfunction ओई।
29:36और हमें यह सुप्रिम कूर्ट से उम्मीद है यह माने सुप्माने उचिनियाल है देश के मुसलमानों के हित में फैसला करेगी लेकिन मैं जदियू में रहकर इस लराई को इस कानूनी लराई धंग से लरूँगा और मुझे पूरा विश्वा से यकीन है कि हम इस लराई को ज
30:06फिर भी जेडियू नए कानून के साथ मुस्तैदी से खड़ी है तो क्या मुसलिम वोटर्ज नितीश कुमार का साथ छोड़ देंगे या पसमान्दा मुसलिम जेडियू के साथ बने रहेंगे
30:36जिसकी संभावना तो कत्ता ही नहीं है हम तो यह कहेंगे कि वो कॉंग्रेस के साथ लड़े या अखेले लड़े विहार के समस्त महागणदन को 18 सीटे भी नहीं मिलने वाली है तो फिर उनकी नेता प्रतिपक्ष की ही कुर्सी सलामत नहीं है लेकिन ये उन्हें भी समझना ह
31:06जेडी खुलकर वक्फ कानून के खिलाफ है तो क्या उसे पूरी तरह मुस्लिम वोट मिल जाने का भरूसा है यहां ये बात ध्यान देने वाली है कि 2020 के विधान सभा चुनाव में या ये माईयम के 5 विधायक जीते थे
31:20दरसल बिहार में मुस्लिम वोटों का समीकरण बड़ा दिल्चस्पा पंद्रा के बिहार विधान सभा चुनाव में नीतीश महागठ बंधन का हिस्सा थे
31:32तब महागठ बंधन को 80 प्रतिशत मुस्लिम वोट मिले
31:362020 का विधान सभा चुनाव NDA के साथ लड़ा तो मुस्लिम वोट जेडियू को मिले सिर्फ 5 प्रतिशत
31:43इसी तरह 2019 के लोग सभा चुनाव में NDA के साथ नितीश की पार्टी को सिर्फ 6 प्रतिशत मुस्लिम वोट मिले
31:51जबकि महागठबंधन को 80 प्रतिशत
31:54वोटिंग का ये पैटर्न साफ संकेत देता है कि वक्फ संशोधन का विरोध करने पर भी बीजेपी के साथ होने के कारण
32:03जेडियू को मुस्लिम वोट का कोई बड़ा फायदा नहीं होना था
32:06अब दूसरी तरफ देखा जाए तो बिहार के जातिगत सर्वे में मुसल्मानों की आबादी 17.7 प्रतिशत दर्ज हुई
32:15इन में से 73 प्रतिशत पसमांदा मुसल्मान हैं जिनका राजनीती और वक्फ बोर्ड में नेत्रित्वन न के बराबर रहता है
32:22नए कानून के बाद वक्फ बोर्ड में इनकी भूमिका बढ़ेगी तो ये नीतीश कुमार का नया वोट बैंक हो सकता है
32:32संसद से पास होने और रश्रपती की मनजूरी के बाद वक्फ संशोधन विधेयक 2025 अब कानून बन चुका है
32:40लेकिन इसके खिलाफ सुप्रीम कोट में डेर दरजन से ज्यादा याचिकाएं दायर हो चुकी है
32:46चुनौती देने वालों में शामिल हैं कॉंग्रिस संसद मुहम्मद जावेद
32:49कॉंग्रिस संसद इमरान प्रताब गड़ी
32:52AIMIM संसद असदुद्दीन ओवैसी
32:55आम आदमी पार्टी विधायक अमना तुल्ला खान, मौलाना अर्शद मद्नी, बीमक के ए राजा
33:02और आरजेडी के संसद मनूत जाव और फैयाज एहमद
33:05इसके अलावा All India Muslim Personal Law Board ने भी याचिकाएं दायर की है
33:09समाजवादी पार्टी के सांसद जियाव रह्मान बर्क ने भी इस कानून को चुनौती दी है
33:39संसद के दोनों सदनों से पास हुए इस कानून को सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाओं के जरिये चुनौती दी गई
33:46विपक्ष का अरोप है कि ये कानून सम्विधान के अनुच्छेत 25 और 26 में दी गई धार्मिक स्वतंतरता का उलंगन करता है
33:57बीजेपी ने लोगसबा में वक्ट बिल पास किया वक्ट बिल फ्रीडम ओव रिलिजन पर आक्रमन है
34:13कॉंस्टिटूशन पर आक्रमन है
34:16ये पूरी तरह से संबेधानिक है
34:22और सही माइने में मानवी यही है
34:27मुसल्मानों में 99% मुसल्मानों के हित्मे है
34:35एक परसिन जरूर परिसान होंगे
34:38वक्फ कानून को कोर्ट में चुनौती देने वालों की तरफ से दलील दी जा रही है
34:45कि ये कानून मुसल्मानों को उनके धार्मिक मामलों में स्वायत्ता से वंचित करता है
34:50याचिका करताओं ने तर्क दिया है कि 2025 के संशोधनों के प्रावधानों ने
34:56वक्फ संपत्तियों और उनके प्रबंधन पर मनमाने प्रतिबंध लगाए हैं
35:01सरकार इस कानून को जरूरी बताते हुए इस बात पर जोर देती है कि ये कानून मुसलिम महिलाओं और गरीब
35:13मुसल्मानों के लिए वर्दान है तर्क ये है कि ये संशोधन मुसलिम समाज के 80 प्रतिशत गरीब वर्ग को ताकत देगा
35:22वक्त की संपती इसका रख़रखाओ dengan ठीक से हो रहा है निग का निजी उपियों के हिसाब
35:32वह पैसा गरीब मुसल्मान के लिए करिए तलाक सुधा महिलाओं के कलियाओं के लिए करिए जोनात बच्चे उसके कल्याओं
35:42करिए मानिवर ये करने की जगे बेरोजगार मुसल्मान युवाओ के लिए स्किलिंग का काम करिए लाको करोड़ों रूपय की भूमी मानिवर और इंकम 126 करोड रूपया शेयर वक्तरमी बिल भारत के गयूर मुसल्मानों के इमान पर इबादत पर एक हमला है रिंदर मोडी
36:12ये तर्मीमी बिल से मुसल्मानों का तहाफुस, तरक्की और गुरुबत का खातिमा होगा, इस सरासर जूट है
36:19अब सवाल ये कि कोर्ट इसको किस आधार पर देख सकता है
36:23कोर्ट किसी भी कानून की वैदता को तीन तय आधार पर पर परकता है
36:27पहला विधाईक शमता यानी कानून बनाने का अधिकार
36:31दूसरा समविधान के किसी अनुच्छेद का उल्लंगन
36:35और तीसरा कानून का मनमाना या पक्षपाती होना
36:39मुख्य न्यायाधीश, संजीव खन्ना, न्यायमूर्ती संजय कुमार
36:45और न्यायमूर्ती केवी विश्वनाथन की खंड पीठ याचिकाओं पर
36:4816 अपरेल को सुनवाई करेगी
36:50केंद्र ने पहले ही सर्वोच न्यायाले में एक कैविट डायर कर दिया है
36:55ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके
36:57कि उसका पक्ष सुने बिना कोई आदेश पारित न किया जाए
37:01श्वेत पत्र में आज के लिए इतना ही
37:05देश और दुनिया की बाकी खबरों के लिए आप देखते रहे आज तक

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