मरुस्थलीय जैसलमेर में गर्मी का आगाज इस बार बेहद तेज है। अप्रेल के पहले सप्ताह में ही तापमान 45 डिग्री को छू गया है, जबकि मई-जून की तपिश अभी बाकी है। इस भीषण गर्मी में जहां खुले में काम करने वाले मजदूर और निर्धन तबका सबसे अधिक प्रभावित हो सकता है, वहीं बुजुर्गों और बच्चों के लिए भी यह समय चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। जिला चिकित्सा विभाग ने गर्मी से निपटने के लिए तैयारियों का दावा किया है। शहरी और ग्रामीण इलाकों के लिए रैपिड एक्शन रेस्पोंस टीम गठित की गई है, जो लू से प्रभावित व्यक्ति के पास तुरंत पहुंचेगी और प्राथमिक उपचार देगी। जैसलमेर और पोकरण के जिला चिकित्सालयों में गर्मी और लू से पीडि़तों के लिए विशेष वार्ड बनाए गए हैं, जहां कूलर और एयरकंडीशनर लगाने की योजना है।
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