रामनवमी के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज तमिलनाडु के रामेश्वरम में पंबन रेल पुल का उद्घाटन करेंगे...ये देश का पहला वर्टिकल लिफ्ट समुद्री पुल है...पीएम मोदी रामेश्वरम-तांबरम ट्रेन सेवा को भी हरी झंडी दिखाएंगे...प्रधानमंत्री तमिलनाडु में कुल 8300 करोड़ रुपये से ज्यादा की रेल और सड़क परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे... तमिलनाडु के रामेश्वरम में पंबन रेल पुल का उद्घाटन करने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी रामनाथस्वामी मंदिर भी जाएंगे और वहां दर्शन-पूजन करेंगे...पीएम मोदी के रामनाथस्वामी मंदिर के दौरे को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं...प्रधानमंत्री मोदी रामेश्वरम में जनसभा को भी संबोधित करेंगे...
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00:00नें पीग के मोडी में पीयां है, अनुराधापुरा जाय, श्रीना मंदीर, फॉर्स बन्त्री निरेइंडर मोदी अंजेनलंब खुदने म माधाशुन।
00:09प्रशलंका दौरे का ये तीसरा और आखरी दिन है। जया श्री महा बोधी मंदिर भी जाएंगे प्रधान मंत्री।
00:16कई एहम संचौते भारत और शलंका के बीच हुए हैं इस बीच। और रिष्ते और मजबूत होने के तरफ एक और अच्छा कदम बड़ा कदम यहां पर उठाया गया है।
00:26सात्य प्रधान मंत्री ने जब संभूतित किया तो कहा कि भारत और शलंका के बीच मजबूत संपंध है। शलंका भारत का एक अच्छा दोस्त है। पक्का दोस्त है। एसे में तमाम डिफेंस डील भी पक्की यहां पर हुई है। कई संचौते हुए हैं। तर चाहे वो ड
00:56अगर हम बात करें तो शिलंका एयर फोर्स बेस पर पहुँच रहे हैं प्रधान मंत्री यहाँ पर वहाँ की अथिकारियों के साथ मुलाखात करते हुए आपको नज़र आ रहे हैं। अनुराधापूरस तर यह जो शिलंका एयर फोर्स का बेस है। महाँ पर इस वक्त मौ�
01:26अगर हम बात करें तो शिलंका एयर फोर्स बेस पर वहाँ की अथिकारियों के साथ मुलाखात करते हुए आपको नज़र आ रहे हैं।
01:56यह रेल ब्रिज्ज को लिफ्ट करने का कारणामा पहली बार दुनिया देखने बाली है।
02:26अद्भूत नजारा
02:41हिंदुस्तान में कहीं भी ऐसे तस्वीर नहीं दिखती है।
02:49ट्रेन से जबनंत अथा सागर आपकी आखों में समा जाता है।
02:55और अब ये रोमांश लोट रहा है वो भी तूफानी रफ़तार से।
03:03मन्जिल होगी रामेश्वरम।
03:08हिंद महा सागर और बंगाल के खारी का जहां मिलन होता है।
03:12समंदर की लहरें जिसके पैर चूमती हैं।
03:16वो रामेश्वरम द्वीप।
03:18देश के चार धामों में से एक।
03:21सद्यों से लोगों के श्रधा का केंद्र रहा।
03:24भगवान राम जहां से लंका पर चड़ाई के लिए राम सेतु से हो कर गय थे।
03:30भगवान राम जहां से लंका पर चड़ाई के लिए राम सेतु से हो कर गय थे।
03:34वहीं राम नवमी के मौके पर नई सेतु यानि पुल का उध्धाटन होनी जा रहा है।
03:39जो एक बार फिर रामेश्वरम को देश के बाके हिस्से से ट्रेन से जोड़ेगा।
03:44और इसका जर्या बनेगा हिंदुस्तान की तक्नीकी का बेजोड नमूना।
03:48नया पंबन ब्रिज्ज।
03:59पंबन ब्रिज्ज।
04:00पहली नजर में तो आपको ये बाकी पुलों के तरह ही दिखेगा।
04:03जो नदी समुद्र में बनता है।
04:05लेकिन ये इंजिनिरिंग की मिसाल है।
04:08कैसे? अब उसको समझें।
04:10लाकों टन वजन का ये पुल सिर्फ एक बटन दबाते ही कुछ ही मिन्टों में वैसे ही उपर चला जाएगा जैसे लिफ्ट जाती है।
04:18सिर्फ एक बटन से।
04:20और फिर दो बारा बटन दबाते ही उसी फॉलादी ट्रैक से जुड़ जाएगा जिस पर तुफानी रफ्तार से ट्रेइन गुजरेगी।
04:27लेकिन ये ब्रिज्ज कैसे काम करेगा? इसे देखना भी बेहर दल्शस्प है।
04:32समंदर की तेज हवाओं के बीच जहां टिकना मुश्किल हो, वहां मजबूत स्टील वायर केबल के जर्ये देश में पहली बार पुल को लिफ्ट करने बाला बनाए गया है।
04:48हाई पावर एलेक्ट्रिक मोटर से लैस इसके पूरे सिस्टम को आपको आसान तरीके से समझाते हैं।
04:59यह वर्टिकल लिफ्ट ब्रिज है यानि ऐसा पुल जिसे जरूरत पड़ने पर सीधे वर्टिकली मतलब उपर उठाय जा सके और काम ख़तम होती ही वर्टिकली नीचे लाए जा सके।
05:14पूल के उपर बना कंट्रोल रूम है इसके भीतर लगी है यह स्क्रीन जो पूरा मेकनिजम समझा रही है। इस पूल के दोनों तरफ छे टावर हैं जिस पर दोनों साइड काॉंटर वेट है। काउंटर वेट मतलब लिफ्ट के भार का बैलेंस बनाने के लिए अस्तिमाल ह
05:44रसी है जो एक तरफ से ब्रिज और दूसरी ओर से काउंटर वेट को जोड देता है।
05:48अब होता दरसल यह है कि पहले रेल्वे से सिगनल आता है उसके बाद इस कंट्रोल रूम में
05:54काउंटर वेट नीचे जाता है और ये रसी जो पूल को उपर खीच लेता है खरीब सत्रा मीटर तक यानि पूल का ये हिस्ता सत्रा मीटर उपर तक उठ सकता है और इसमें लगेंगे सिर्फ पाँच मिनट ताकि बड़े जहाजों को नीचे से गुजरने का रास्ता मिल जा
06:24और जब ट्रेइन पूल से गुजरेगी तो तूफान बनकर जाएगा
06:28क्योंकि अब तक पुराने पूल से ट्रेइन धीमी गती से ही गुजरती थी
06:32वो तस्वीर अब पूरी तरह बदल जाएगी
06:36कुछ हैसे तस्वीर आपको दिखने वाली है
06:38तेजद रफतार रेलगाडी इस पूल से गुजरेगी
06:41पहले पंबन ब्रिज से गुजरते वक्त
06:43ट्रेइन की रफतार सिरफ 10-15 कीलो मीटर प्रति घंटा हुआ करती थी
06:47लेकिन अब पंबन ब्रिज पर 75-85 कीलो मीटर प्रती घंटे की रफतार से
06:53ट्रेन हवा में बाते करने बाली है।
06:55और इस वज़य से पहले 2 किलो मीटर की दूरी को तै करने में
06:5920 से 25 मिनट का समय लगता था।
07:01अब वही दूरी महस्च 5 मिनट में पूरी हो जाएगी।
07:05और देश के किसी भी कोने से
07:07रामेश्वरं द्रीप ट्रेन से आराम से पहुंचा जा सकेगा।
07:13पुराने पंबन ब्रिज के बिल्कुल समानांतर इस नए पूल को बनाए गया है।
07:18समुदर के पानी और नमी से लगने वाले जंग से बचाव के लिए
07:22विशेश कोटिंग तक्नीकी का इस्तमाल किया गया है।
07:25जिससे अगले 40 साल तक कोई मेंटिनेंस के ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
07:30IIT, Chennai और IIT, Bombay के एकस्पर्ट ने मिलकर इस पूल का डिजाइन तैयार किया है।
07:35लेकिन पुराना ब्रिज भी विरासत को अपने साथ समीटे गए है।
07:40मैं अभी उसी पुराने पंबन पुल पर वर्चवली खड़ी हूँ।
07:44जो 110 साल पहले, 1914 में शुरूग वा था।
07:48अंग्रेजों के जबानी में बना ये कैटी लीवर ब्रिज दोनों तरफ से खुल जाता था।
07:52इसे मैनूली खोलना पड़ता था।
07:54इसे पुल को पार करते वग, 60 साल पहले, पंबन धनुशकोटी पैसंजर ट्रेन तूफान के चलते समंदर में समा गयी थी।
08:03इस पुराने पुल को मरमब के बाद फिर से जरूर शुरू किया गया, लेकिन अभी इतना जरजर हो चुका है कि वहां से ट्रेन नहीं गुजर पाती।
08:12यही कारण है कि पुराने पंबन पुल के ठीक सामने नया पुल बनाने का काम शुरू किया गया।
08:196 साल पहले, नवंबर 2019 में, प्रधानमंत्री मोधी ने इसकी नीव रखी थी, पुराना पुल निर्मान के 108 साल के बाद 2022 में बंद कर दिया गया।
08:32फरबरी 2020 से कंस्ट्रक्शन शुरू हुआ और महच 5 सालों में मोधी सरकार ने इस पुल को तयार कर दिया।
08:39पुराना पुल अंग्रेजों के जमाने में 29 साल में बंद कर तयार गया था।
08:45इस ब्रिज को समद्र की कठोर परस्तिती और तेज तुफान को सहने के हसाब से डिजाइन किया गया है।
08:50यदि तुफान 58 किलोमीटर प्रती घंटे के रफ़तार से जादा होगा तो ट्रेन का आना जाना रोग दिया जाएगा।
08:57जब तक हवा की गती कम ना हो ऐसा करने की पीछे वज़ा 60 साल पुरानी बिताई जाती है।
09:031964 में आया तुफान 300 किलोमीटर प्रती घंटे का था जिसमें पूरी ट्रेन समंदर में समागई थी।
09:16इस हाथसे ने पूरे देश को सन्य कर दिया था।
09:18मैट्रो मैन इस स्वीधरन के साथ उनकी टीम ने पंबन पूल को फर से तयार कर लिया और महस्ची 46 दिन में ही इसे दोबारा चालू कर दिया गया।
09:3520 मी सदी में रामीश्वरन तक पहुंचने का एक मातर जर्या बोट हुआ करती थी।
09:40उसके बाद मंडबं से रामीश्वर द्वीब को जोडने वाला ये पंबन पूल बना जिसके जर्ये धनुश कोडी तक यात्रा दर्शकों तक लोगों ने की।
09:481988 तक रामीश्वरम जाने का ये एकलोथा जर्या था। इसके बाद सड़क मार्ग से जाने के लिए ये पूल बनाये गया। तब भी ट्रेन के भीतर समंदर का हिसास लोगों को रोमांचित करता रहा।
10:08हर साल पचीस लाग से जाधा श्रधालू रामीश्वरम द्रीब पहुँचते हैं। इस नए पूल से हुए आसान सफर से काफी राहत मिलने वाली है। और ये पूल देश के बुनियादी धाँचे में एतिहासे कुपलक भी बन चुका है।
10:21अमेरिका, यूके, फ्रांस, रूस, जॉमनी के बाद हिंदुस्तान ने इस एडवांस टेकनोलोजी के जरिये वर्टिकल लिफ्ट ब्रिज्ज बनाया है। जो जहाजों को रास्ता देने के लिए लिफ्ट के तरह उपर उठेगा। इससे ना सर्फ लोगों की सहुलियत ब�
10:51से पहुँचने के बाद सडक वाले पुल से जाना पड़ता था, जिसमें एक घंटे तक का समय लग जाता था।
10:57अब समय तो बचेगा ही, रामेश्वरम जाने वाले लाखों परटकों के लिए ये सफर भी रोमान्स से भरा रहने वाला है।
11:04इसकी साती व्यापार बढ़ने में भी ये पुल अभ एहम भूमिका निभाने वाला है।
11:34राम नौमी के दिन आयोध्या में आस्था का सैलाब उम्ड़ा हुआ है और इस वक्त हम सर्यू के तट पे मौजूद हैं जहां आप देख सकते हैं की शिर्धालू इसनान कर रहे हैं और इसके बाद वो राम लला के दर्शन करेंगे।
11:49और इस तरीके की तस्वीरे आप देख कर अंदाजा लगा सकते हैं कि किस तरीके से जंद सैलाब आयोध्या में उम्ड़ा पच्चे भी यहाँ पर पहुंचे हैं अपने परिवार के साथ और किस तरीके से यहाँ पर जै श्रीराम आप देखिए माते पर लिख रहा है लोग
12:19तो यानि हर तरीके की बेवस्ता यहाँ पर है
12:22ये देखिए ये सर्यू तट के बाहर की तस्वीरे हैं
12:26कि किस तरीके से यहाँ पर दुकाने लगी हुई हैं
12:29राम नाम का चोला यहाँ पर आप देखिए बिक रहा है
12:33और लोग इसे खरिते हुए भी नजर आ रहे हैं
12:35जै स्रीराम के जंडे यहाँ पर आपको नजर आएंगे
12:39क्या कहेंगे? राम लला के दर्शन हो गए?
12:41दर्शन अभी जा रहे हैं हम लोग
12:43अच्छा, सर्यू में अस्नान हो गया?
12:44अस्नान हो गया
12:45किस तरीके की बेवस्ता है?
12:47बहुत अच्छी बेवस्ता है
12:48क्या कहेंगे, आज राम नौमी के दिन
12:51सर्यू में अस्नान और उसके बाद राम लला के दर्शन?
12:54दर्शन, सर्यू में अस्नान और राम लला के दर्शन
12:58क्या कहेंगे, कितनी खुशी हो रही है?
13:00बहुत खुशी, बहुत खुशी
13:01कहां से आये हैं?
13:02हम नेपाल से आये हैं
13:03नेपाल से आये हैं?
13:04जी
13:04क्या कहेंगे?
13:05आज के दिन कभ पहुंचे यापर?
13:07यापर हम पहुँच गए हैं लगबाग सुबा चार बज़े
13:09अच्छा
13:10आँ
13:11भीड बहुत ज्यादा है?
13:12भीड बहुत ज्यादा है
13:13बहुत
13:14बेवस्ता बेतर है परशासन की तरफ?
13:16बेवस्ता बहुत चीक है
13:17बहुत अच्छा है
13:19वहीं आयोध्या में भीड को देखते हुए
13:20परशासन ने खास्त इंतिज़ाम किये हैं
13:22राम मंदिर के अलावा लता मंगेशकर चौक पर भी शरद्धालों की अच्छी खासी भीड उमढ रही है
13:27देखिए बलराम पांडे की ये रिपोर्ट
13:30शरद्धालों की भारी भीड आयोध्या पहुची है
13:33और शरद्धालों की भीड को देखते हुए प्रशाशन पूरी तरह से अलर्ट नजर आ रहा है
13:39इस वक्त हम आयोध्या के लता मंगेशकर चौक पर मौजूद हैं
13:43आप देखसकते हैं कि कई तरीके से शरद्धालों की भारीभीड यहापर आपको नजर आ रही हुगी
13:50लगबक 5,00,000 के जयदा, शरद्धालों इस वக्क आयोध्या पहुच किए हैं
14:10माथे पर लिखा हुआ आपको नजर आएगा
14:13तो यानी एक भारी भीड इस बार राम नौमी के दिन आयोध्या के अंदर देखने को मिल रही है
14:20हलाकि प्रशाषन भी इस भीड को लेकर के पूरी तरह से अलट नजर आ रहा है
14:26शर्दालों के लिए खास इंतजाम किये गए है जगए जगए पर उनके लिए विस्राम कच बनाया गिया है
14:33और साती ही उनके खान पान के लिए जगए जगए इस्टाल भी लगाये गए है
14:38क्या कहेंगे आप कहां से आए?
14:39मैं भी आजमगड से आया हूँ और नहाने की विविवस्था बहुत अच्छी है
14:44इस पल को यादगार पल बना रहा है?
14:46बहुत ही यादगार पल है ये
14:48और हम लोग कई साल, कई वर्सों बाद ऐसा नजारा देखने को मिला है
14:53रामनौमी को ले कर पूरे उत्तरपड़ेश में हाई अलर्ट है
14:56खासकर ऐयुधा में सुरख्षा की 54 विवस्था की गई है
14:59राम मंदिर और उसके आस्पास ड्रोन से निरानी की जा रही है
15:02नहीं भी कुछ ऐसा नहीं कि ना खीचने का मन गये
15:04मॉबाईल फूल हो जा रही है
15:08राम नौमी को लेकर पूरे उत्रप्रदेश में
15:10हाई अलर्ट है, खासकर आयुद्धा में
15:12सुरक्षा की चाक चौबन बेवस्था की गई है
15:14राम मंदिर और उसके आसपास
15:16ड्रोन से निग्रानी की जा रही है
15:18ये अर्टिफिशल इंटेलिजन्स से
15:20लेस ड्रोन भीड को स्कैन करता है
15:22और शर्धालों की हर हरकत पर
15:24नजर रहता है, राम नौमी पर
15:26आयुद्धा में कुम्ब जैसी सुरक्षा बेवस्था
15:28की गई है, कुम्ब में तैनात अफसरों को
15:30भी जिम्म दिया गया है, राम
15:32नौमी के आउसर पर आयुद्धा में लगबख
15:34डस लाग शर्धालों के आने की उम्मीद है
15:36पस्चिमी उत्तरपदेश के
15:38सम्बेधनशील जिलों में विशेस अतरक्ता
15:40बरती जा रही है
15:42तो आयुद्धा में AI ड्रोन से निग्रानी
15:44रखी जा रही है, राम मंदिर के आसपास सुरक्षा
15:46को काफी चाकचौबंध किया गया है, डस लाग
15:48से जदा शर्धालों के
15:50आयुद्धा पहुचने का अनुमान है
15:52आयुद्धा पहुचने का अनुमान है
16:22आयुद्धा पहुचने का अनुमान है
16:52आयुद्धा पहुचने का अनुमान है