हाल ही में हमारा interview आने वाली film 'Akaal' की team के साथ हुआ 'Punjabi cinema' के लिए एक नई उड़ान बन कर आई film 'Akaal', जिसको ले कर आए हैं Gippy Grewal. बात-चीत के दौरान Nimrat Kaur अपने strong action role और character के बारे में अपने experiences share करती हैं. Gurpreet Ghuggi thriller acting के अपने कुछ secrets बताती हैं और film में side roles की value ko समझाते हैं. Gippy Grewal बताते हैं की उन्होंने अपने unique idea को Hindi cinema में क्यों pitch नहीं किया और 'Akaal' की gripping storyline के पीछे का असली magic क्या है. साथ ही, वह अपने बेटे के साथ काम करने के special moments भी share करते हैं, जो पर्दे के पीछे की एक अलग स्टोरी है. 'Akaal' ने Punjabi cinema में एक नया trend set किया है, जिसमें action, thriller, और emotion का perfect blend है
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00:00ये काफ़ी टाइम से बनाना चाते थे
00:02बनाया कुछ और
00:04अभी भी कुछ और बनाना चाते थे
00:06बनाया है ये
00:10फिल्म का जॉनर कोई नहीं होता
00:12फिल्म अच्छी होती है या बोरी होती है?
00:14He is not just a brilliant filmmaker
00:16but a sharp businessman too.
00:18लाइन उनको बोली थी, मैं कहा आप आगे हो न
00:20तो हमारी फिल्म और भी बड़ी होगी, वो कहते हैं नहीं
00:22तो हमारी फिल्म ही बड़ी थी
00:24हम इसलिए आगे हैं
00:26मैं नहीं पता था के एक्शन
00:28मैं कभी करूंगी या कर पाऊंगी
00:30तो वो साइड मैं एकस्पोर्ट
00:32जब भी गिपी पाजी का
00:34जब मैं इंटरव्यू करता हूँ, कभी अकेले नहीं देते ये
00:50तो उसको मैंने कहानी सुना दी और नेक्स दे
00:52तो जब हम उसको स्कूल से
00:54पिक करने गए, तो उसकी टीचर
00:56ने हमें बुला के
00:58यो चिनदा फिल्म कर रहा है वो बहुत अच्छी है
01:00हमें कहानी सुना दी, इसने पूरे स्कूल में
01:02सुना दी जाकर कहानी हा
01:04तो मैंने कहा, तु कैसा होता है?
01:06किसा क्यूं?
01:08नो डाउट जो लीड रॉल होता है, लड़के का लड़के
01:10वो चथ होते हैं किसी भी इमारत की
01:12उसके नीचे पिलर नहीं है न, तो वो खड़ी नहीं हो सकती
01:14कभी चथ हो, वो गिर जाती है
01:16मैं पूछूँ आप से जो
01:18शोले पिक्चर थी, उसके हीरो कौन थे?
01:24भाज़ी, जब मैंने इस फिल्म का ट्रेलर देखा,
01:26तो I was compelled
01:28कि मैं तुरंथ जो है इसको
01:30review करूँ या तुरंथ इसके बारे में
01:32कुछ बोलूं
01:34I watched it
01:36मुझे लगा यार की ये
01:38पंजाबी फिल्म नहीं है,
01:40it's not a regional film, then when I see
01:42here, there are big names
01:44Gipi Grewal is already there,
01:46Karan Johar, Adar Poonawala, Purva Mehta
01:48so I think this is one film
01:50which is taking Punjabi
01:52cinema to a new level
01:54you think so?
01:56जब बनाने लगे थे तो यही सोच के शुरू करी थी
02:00क्योंकि
02:02पिछले कितने दुनों से हम बताई रहे हैं कि
02:04ये फिल्म तो
02:062016 में शुरू करनी थी
02:08करते करते इतने लेट इसलिए हुए हैं
02:10क्योंकि हर फिल्म का
02:12एक requirements होती है
02:14कि उसको बनाने के लिए आपको क्या चाहिए
02:16तो इसको बनाने के लिए
02:18पैसा चाहिए था
02:20costume, जो sets लगने थे
02:22वो चीजें
02:24लोगों को शायद लगता है कि
02:26जो फिल्में हैं वो सिर्फ आर्टिस्ट का ही
02:28पैसा ऐसा नहीं है
02:30ऐसी फिल्मों में बहुत
02:32पैसा चाहिए, तो वो चीजें हमारे पास थी ही नहीं तब
02:34तो वेट करी
02:36अभी जाके बनाई है, अभी भी
02:38हमने, मतलब genuinely
02:40बताऊं तो, जो होना चाहिए था
02:42उससे बहुत उपर उठके बनाई है
02:44कि यार कोई सोचते नहीं है
02:46कि फिल्म का math क्या है
02:48एक बड़ी फिल्म बनाते है, लेट सी उसके बाद
02:50पता चलेगा कि ये
02:52क्या है, प्लस है, माइनस है
02:54बट टच वोड उसके बाद परड़क्ट इतना
02:56अच्छा बना, तो
02:58धर्मा जुड़ गई
03:00हमारे साथ, तो करण जौर जी
03:02उनको बहुत अच्छा लगा परड़क्ट
03:04तो अभी फिल्म और बड़ी हो गी है
03:06तो हिंदी का पहले पूरा प्लान नहीं था
03:08हमने डब ज़रूर करी थी
03:10बट हमें पता नहीं था कि हम
03:12रिलीज कैसे कर पाएंगे, तो
03:14करण जौर उसमें इंवाल हुए थे, उस टाइम पे
03:16वालाब इस नहीं ज़रूर फिल्मेकर है
03:18बढ़ बहुत बिजनस्मैन भी है
03:20किसी को भी अंदाजा नहीं था
03:22कि बाहु बली क्या करेगी
03:24बढ़ उनको इंवाल हो गई
03:26और आज हम साउथ इंड़स्ट्री
03:28तो वो इसमें मुझे लगता है कि यहां पे भी उन्होंने परड़क्ट देखा
03:32और उनने लगा कि...
03:34उनका बहुत, मैं कही बार बुलता हूँ
03:36मैं कहा कि हम इतना टाइम हम इस परड़क्ट से जुड़े हुए है
03:40हमें सब चीजें हमारा एक मांड सेट है
03:42तो उस दिन भी, मतलब जिस दिन उन्होंने देखा यह पूरे का पुरा
03:46तो मैंने एक लाइन उनको बोली थी
03:48मैं कहा, सारा आप आगे हो ना
03:50तो हमारी फिलम और भी बड़ी होगी
03:52वो कहते हैं, नहीं, तो हमारी फिलम ही बड़ी थी
03:54निवित, अबी सिनिमा की बाउंड देखते हैं
03:56आप पड़ें जाने के लिए
03:58हमारे फिलम बड़ी होगी
04:00तो उसके दिन भी, मतलब जिस दिन उन्होंने देखा यह पूरे का पुरा
04:02तो मैंने एक लाइन उनको बोली थी
04:04मैं कहा, सारा आप आगे हो ना
04:06तो मारी फिलम और भी बड़ी होगी
04:08वो कहते, नहीं
04:10तमारी फिलम भी बड़ी थी, हम इसलिए आगे
04:12कहते है की इतनी बड़ी फिलम बढ़ा यह है
04:14तुम्हें पढ़ा नहीं है
04:16मुझे बहुत
04:18मेरे दिल को चुई, तो
04:20अच्छा है तो चलेगा, पताब कोई ये नहीं बचाएगी फ़लाना सूपरस्टार आएगा तो ही ओपनिंग मिलेगी या एसा कुछ होगा तो बींग पार्ट अफ सच फिल्म जो स्केल वाईज और एवरिथिंग वाईज और एवरिथिंग वाईज एवरिथिंग वाईज �
04:50पंजाबी फिल्म, तो अपको लगता है कि ये आपके लिए कहीं न कहीं फॉर्चून्स चेंज करेगी?
04:57बहुत फॉर्चूनेट हूं मैं और ग्रेटफुल हूं कि ऐसे कॉंटेंट का मैं हिस्सा बन पाई
05:04ये अपने आप में इतना बड़ा है और ये फिल्म करते करते मैंने अपनी बहुत सारी साइड्स एकस्ट्लोर की
05:10जो सबसे बड़ी साइड्स थी, जो मेरे को नहीं पता था कि एकशन मैं कभी करूंगी या कर पाऊंगी
05:16तो वो साइड मैंने एकस्ट्लोर की और बहुत ही दिफरिंट किरदार था जिनका ये किरदार, जिनसे ये इंस्पायड है उनके जैसा बनना तो निर्ली इंपॉसिबल है
05:28लेकिन जब आप इतना वो अटायर पहनते हैं, वो उस अटायर में इतना पावर है, इतना प्राउड है कि आप उन सब फीलिंगस के साथ ओवरवैल्म फील करते हैं
05:40तो मैं बहुत अच्छा, बहुत अच्छा कि मैं इस फिल्म का पार्ठ हूँ
05:45गुरुपा जी, एक आक्टर के लिए सबसे बड़ा चालेंज यही होता है कि कुछ ना कुछ ऐसा करने को मिलता रहे, जिसमें कुछ डिफरेंट दिखे, कि आडियन्स भी शॉक हो जाये
05:55आपने कॉमिडी बहुत किये है, मतलब खूब हसाया है, एमोशनल रॉल्स भी बहुत किये हैं, बढ़ इस तरह का करेक्टर जब आया, तो आपने कॉमिडी के लिए ज़स्टिस कर पाऊंगा, नहीं कर पाऊंगा, और करते हुए कैसा महसूस हुआ?
06:09विल्कुल जैसे अभी बात चल रही थी कि आर्टिस अपने अपको एकस्प्लोर करता है, और बहुत सी नई चीज़ें उसको अपनी भी पता चलती हैं कि ये भी मेरे लिए पॉसीबल था, तो मैं इस करेक्टर में सिर्फ ये डिफरेंस एक फील करता हूँ कि मैंने कभी सो�
06:39एक नई डईमेंशन मेरी परफॉर्मेंस की देखने को मिलेगी क्योंकि
06:43लोगों ने इस वेश भूशा में, इस एक्सप्रेशन में कभी नहीं देखा मुझे
06:47या तो कॉमेडी करते देखा हैं या इमोशनल काम करते देखा हैं
06:51पंजाबी सिनेमा जैसे अपने पंक फैला रहा है, जैसे आपने शुरू में कहा
06:55कि अब पंजाबी सिनेमा आगे बढ़ रहा है, मुझे लगता है कि
06:59आपके पहले भी बहुत जबर्डस था, शुरू से अच्छी फिल्में
07:03हम बनाते आ रहे हैं, लेकिन कमी क्या थी रीच, इस फिल्म में
07:07मुझे लगता है हम्बल मोउशन पिक्चर का, घिपी का जो विजन था
07:11कि इस बार रीच को इतना बढ़ाया जाये, जैसे मैं एक छुटी से
07:14example देता हूँ, Carry On Jatta हमारी फिल्म आ थी जो, सबसे पहले वाली की
07:18बात करूँ, बाद में लोग सीरियस है, तो उसको देखा जाये तो वो जो
07:22Welcome से कहीं कम फिल्म नहीं है, Welcome कितनी बड़ी हिट फिल्म है,
07:26Carry On Jatta अपने लेवल पे बहुत हिट है, लेकिन मुझे लगता है कि उसको और बढ़ी होना चाहिए था,
07:30क्यूंकि Content अच्छा था, Reach नहीं थी, लोगों ने देखी, आज सारी दुनिया ने देखी है,
07:36लेकिन किसी ने मुबाईल पे देखी, किसी ने लैपटॉप पे, तो किसी ने टीवी पे.
07:40टीवी पे इतने लोगों ने देखी है, कही बार मेरे एक दो फ्रेंड्ज है, मैं उन्हें फोन करता हूँ, Carry On Jatta चल रही होता है.
07:45तो हमने सोचा कि क्यों ना हर आदमी इसको थेटर में ही देखे, जब फिल्म थेटर के लिए बनती है, तो I am so glad कि गिपी ने उस लेवल पे इसको बनाया, उस लेवल पे अभी जो धर्मा के साथ कुलाबरेशन होगी, तो मुझे लगता है कि now we are there.
07:59हर आर्टिस्ट के करियर में कुछ-कुछ एक ऐसे पॉइंट्स आते हैं, जहां वो एस अन आर्टिस्ट भी आगे बढ़ता है, और एस स्टार्डम भी आगे बढ़ता है, जैसे एक इजांपल देता हूँ, रिशी कपूर साहब जब यंग दौर में थे, तो वो मोस्ली र
08:29आपकी जो एक इमेज रही है, कि एस अन एंटेटेइनर, कि भाई आप एंटेटेइनिंग फिल्मे बनाते हूँ, आपकी पिक्चर बंदा जाएगा, हसता हुआ भार आएगा, या फिर ठीक है थोड़ा बहुत रो लेगा, इमोशनल हो जाएगा, तो आपको लगा ये करते
08:59मुझे एक अगले लेवल पर लेके गई, हाला कि फिल्म की सक्सेस के बाद
09:03चीज़ें और चेंज होंगी, बट एस अन आर्टिस्ट इसको करते हुए, हाँ आपको फिल्ट करते हूँ?
09:07सर अक्शली क्या है न, कि मैं बताओं कि जैसे मैंने बताया कि
09:12ये एक काफर टैम से बनाना चाते थे, बֆनाया कोछ और, अभिभी कोछ और बनाना चाते थे, बनाया है ये,
09:19reason क्या है कि हमारे पास जतने resource हैं, जतने चीज़ें हैं, हम उसके हिसाब से बना रहे हैं,
09:25और मैं कोई ऐसी चीज लेके जाओं के हिंदी सिनिमा के पास, बड़े परड़क्शन आउस के पास
09:32कि आप इसको हिंदी में बना लीजिए, ये एक बड़ा सब्जेक्ट है
09:36तो मुझे लगता है कि हिंदी में वैसे बड़े सब्जेक्ट बनी रहे हैं, वैसे चीजें बनी रहे हैं
09:40तो हमारी ऐंडस्ट्री का क्या होगा? आज हमारे लिए ये चीज अच्छी है
09:45कि हमारा सब्जेक्ट है, हमारा regional में बना है, अब वो हिंदी में भी आ रहा है
09:51तो उन्होंने बी आके कुछ बनाई नहीं हो, हमने पुष्पा देखी, KGF देखी, हमने तो हिंदी में ही देखी है
09:57तो मुझे ये था कि हम बनाना बहुत टाइम से चाहते थे, ये नहीं है कि हमारा ये साइड है नहीं था, जब अभी पैदा हुआ है
10:06ये शुरू से ही था, तो कुगी पाजी ने ये रोल किया है, तो चर्वामचित की सब्ज़्यकट एखे थी, जो नरीम हो थी, जो उन्होंने शुरू में कीये है, लोग इनके फैन थे, सब से ज़यादा
10:25अप्र तो रोजी रोटी के चक्कर में, जब स्टेजेश शुरू होगी, तो पाजी से एक अंकर है, सबसे बड़े यही थे
10:34क्योंकि स्टैंड अप कॉमिडी वाला एक ही बंदा खुदी बाते कर रहा है, कोई था नहीं पंजाब में, वो अपनी वाल है
10:40तो वहाँ से शुरू हुए तो लोग वो चल पड़ा, फिल्में भी वैसे चल पड़ी, तो हमने तो बहुत अटेम्ट की हैं, जैसे मैंने तो लोग बोलते हैं कि एक्शन की फिल्में शायद अब बनने लगी हैं, मेरी तो मतलब दूसरी फिल्म थी वो, तीसरी, मिर्जा, तो
11:11फिल्म अच्छी होती है या बुरी होती है, मैं हर तरह की फिल्म देखता हूँ,
11:15तो ये साइड हमारी पहले से थी, बट हमारे पास रिसौर्स नहीं थी,
11:18तो अभी थोड़े बहुत एकठे हुए हैं, तो डेफिनेटली ये है, ये फिल्म वर्क करेगी,
11:23तो हम बहुत सी ऐसी चीज़े करेंगे, जो मुझे लगता है कि हमारे लिए भी नहीं होंगी,
11:28और इंडस्ट्री की पूरी पैनेडी, ये ऐसी फिल्म आई नहीं कोई,
11:33मतलब हमारी हिस्ट्री को, सिख हिस्ट्री को तो किसी ने टची नहीं किया ऐसे.
11:37पूरी फिल्म के बारे में भी मैं चाहिए हूँगा, कि क्या है करेक्टर?
11:41क्योंकि बहुत से लोग, उसमें कॉमेंट्स में भी पूच रहे हैं, कि यार ये क्या है?
11:45किस बारे में है? कुछ को आईडिया है, कुछ को नहीं है.
11:48आप नहीं बतायें तो अच्छा है, क्योंकि अच्छा suspense मरह हुआ है.
11:52You want to keep it secret.
11:53हाँ, बस मैं हम ये बता देते हैं कि ये जो time period है, ये जो era है, वो 1840 के आसपास का है,
12:0039 के बाद का, तो after महराजा रंजीत सिंग की death के बाद का समा है,
12:07बट फिलम तो, फिलम में हारी सिंग नल्वा जी के time से starting है, वहां से सब को चल रहा है, तो बाकी तो फिलम नहीं देखाएंगे.
12:16मतलब कुल मिला के एक एसी कहानी, जो अब तक हमने नहीं देखा, एक नई कहानी.
12:21ज़रूरी नहीं होता कि हम किसी character का ही नाम लें, कि वो कौन था, क्या था, उसमें यह होता है कि कुछ unsung heroes भी रहते हैं, जो society में थे, जिनका कभी जिकर नहीं हुआ.
12:32बिल्कुल मैं वही कह रहा हूँ कि कुछ ऐसा दिखेगा, जो अब तक हमने नहीं देखा, और I think कहानिया ही अभी इन दिनों थोड़ा crisis चल रहा है.
12:46बिल्कुल, बिल्कुल.
12:47सबसे बड़ा कहानी मिलेंगे आपको.
12:48कहानी मिलेंगे बहुत अच्छी कहानी मिलेंगे.
13:02बहुत अच्छा लगा मुझे एक्शन करके, और उसकी हमने preparation बहुत की थी.
13:25तो मुझे था कि जब तक हम set पे जाएं, तब तक prepared हूं, ना किसी का time waste हो.
13:32और पूरी energy के साथ मैंने किया है, जब आप देखेंगे.
13:35और मुझे लगता है कि एक्शन से ज़दा challenging यह था, क्योंकि जब आप ऐसा किरदार करते हैं,
13:41तो आप उसे कितनी इमानदारी के साथ, कितनी सचाई के साथ पेश करते हैं, वो सबसे biggest challenge होता है.
13:47बाकि आपको special skills अपने role को enhance कर लेंके लिए जो चाहिए,
13:51वो तो है कि हमने इसमें physical training और गोड सवारी, वो सारा कुछ सीखा है.
13:57उसके साथ साथ ज़रूरी था कि हम उसे authenticity के साथ पेश कर सकें.
14:03जी इसमें एक मेरा favourite actor है शिन्दा, मैंने होसला रख देखी थी, और मतलब he is brilliant actor, मतलब मुझे लगा कि वो पूत के पाउं पालने में नज़र आ जाते हैं,
14:15वो चीज मुझे उसमें देखे, मतलब बहुत एंटरेटेनिंग है और बहुत conviction के साथ है. तो बेटे को जब direct करना होता है और acting करवानी होती है, तो कितना tough होता है एक father के लिए.
14:27मैंने दो फिल्में उसके साथ director करी हैं, एक फिल्म थी अरदास करा, वो कोगी पाजी के साथ थी, उसकी पहली फिल्म थी, उसमें चोटा ही role था, तो वो तो अमने पता ही नहीं लगा कि कब shoot होगी, इस फिल्म के लिए क्या था कि इस फिल्म के लिए चिनदा ने preparation बहुत ज
14:57यहाँ पढ़ता था, तो मैंने उसने बोला कि मुझे कहानी सुनाओ यह, मुझे यह, मुझे फिल्म, उसको क्योंकि ऐसी फिल्में बच्चों को अच्छी लगती हैं, तो it's like जैसे English फिल्में अपनी Lion King फिल्म का formatory वैसा है अगर देखोंगे, तो बच्चों को भी अच्छ
15:28कहता क्यूं, कहता मैंने उनको सुनाई, कहता सबको बहुत अच्छी लगी, मैं कहा स्कूल जी तोड़ी सुनाओ नहीं थी यह रहा है
15:32तो यह तब से इसके लिए परपेर हो रहा है
15:35तो इसने इसके लिए, मतलब पहले से ही horse riding सीख ली थी
15:40जितने भी एक्शन के लिए चीज़ें required थी, वो सीखी
15:46और अब पिछे गत का भी सीखा, क्योंकि मुझे था कि प्रपर इसके सीन्स वैसे शूट करने है
15:52तो वो बहुत परपेर था, एवन कि जब हम फिलम भी एडट कर रहे थे
15:55तो मेरे अडिटर ने भी मुझे बोला कि अगर एक्शन में किसी के सबसे clean moves आ रहे हैं
16:00तो वो चिंदा के है, तो ये शरार्ती है, बट सेट पे तो अच्छे से काम करता है, समझ के करता है
16:09उसका पैशन है इसलिए ही वो करता है, और ऐसा नहीं है कि मुझे ये फिलम करनी है, मुझे वो फिलम करनी है
16:16चुट्टियों में कभी कबार साल, दो साल बाद कुछ कर लेता है
16:19अब क्योंकि पापा डिरेक कर रहे हैं और पापा की पिक्चर है, तो किसी दिन होता है कि आया नहीं, पापा आज मुर्ण नहीं आगा
16:27नहीं नहीं, ऐसा नहीं है, पच्चे जद करते हैं पादर से
16:31ऐसा तो नहीं है, बट एक दिन हमारे आई शूट था रात को, निमरत का, चंदा का और निकेतन का
16:38तो वो बहुत टॉफ था, शूट ही टॉफ था, अक्शली क्या है कि हमारे लिए, सब के लिए ये फिलम ही टॉफ थी
16:45हमने कभी ऐसा सब्जेक्ट किया नहीं था और दूसरा क्या होता है हमारे उपर जैसे बजट की तलवार लठकरी होती है
16:52तो हमारे पास डेज कम थे, जो दस दिन का काम होता है हमने पांच में करना होता है
16:58तो उस दिन था वो, उस दिन ऐसी हो गया था कि अग्गेली तो सब ही ठक गये थे
17:01बट चिंदा करते करते उसकी ब्रेक है, इनका शॉट चल पड़ा है और वो सो गया
17:08तो जब उसको उठाया तो बाग के गया, रह्डी रूडी हो के आया तो
17:14मॉंटी है तो वो मेरे पास आया हमारा लड़का, ये सब के पाजी अगर आफ ही कर दे तो अच्छा है
17:21बहुत ठक चुका है, बट वो रेड़ी हो के आ रहा है कि मैं कर रहा हूँ है न
17:26तो फिर उस दिन आपने आफ कर दिया, नहीं तो बागी तो रेगुलर ही करते हैं सब
17:30निमित ये बतायी है सीनियर लोग सेट पे रेगिंग कितनी करता हैं
17:34मैंने देखा अभी दोनों जो है एकड़म आपको कुछ ना कुछ चुट्कियां ले रहे थे
17:39नहीं वो तो यहां पे है क्योंकि सेट पे महाल बहुत ही
17:44जैसे कि हम वारियर्स की फिल्म कर रहे थे तो वहाँ पे महाल भी ऐसा ही था
17:48तो वह बहुत सीरियस महाल था और बहुत खुशनमा और जजबे वाला महाल था
17:54भाज़ी एक क्वेस्टिन, जब भी गिपी पाजी का मैं इंटरव्यू करता हूँ
17:58कभी अकेले नहीं देते ये इंटरव्यू, इनके साथ हमेशा इनके आक्टर्स होते हैं
18:03और ऐसा भी नहीं है कि सिर्फ हिरोईन होगी, आप अक्सर इनके साथ होते हैं
18:07या तीन-चार जो important role उसमें play कर रहे हैं उस पिक्चर में, they are always there.
18:13So, how important do you think supporting cast एक जो होती है, कई बार हम, कई इंडॉस्ट्रीज में आक्टरस से सुनते हैं
18:20कि या बड़ा, बड़ा, हिरो की वैल्यू है सिर्फ, या हिरोईन की वैल्यू है और उसके बार जो है, नहीं
18:27तो how important do you think, supporting cast कितनी important होती है, और क्या इनकी फिल्मों की success का इन reason है
18:34नहीं, मैं समझता हूँ कि एक बुद्धी मान व्यक्ति की एक इनर पावर होती है जब इन चीज़ों को समझ जाता है वो
18:42अगर इसी गुमान में रहेगा, मैं इनकी बात नहीं करता हूँ, दुनिया के किसी बंदे की
18:48कि यार मैंने वो लोग ऐसे गिरते देखे हैं, कि खातम, बस दिमाग में यही था मैं, है ना, वो जो मैं होती हैं ना वो बंदे को मार देती है,
18:56नो डाउट जो लीड रोल होता है लड़के का लड़के, वो चथ होते हैं किसी भी अमारत की, लेकिन उसके नीचे पिलर नहीं है ना, तो वो खड़ी नहीं हो सकती कभी चथ हो, वो गिर जाती है, तो ऐसे ही है कि जो, आप मैं एक एक चोटी सी, मैं पूछूँ आप से जो
19:26फिल्म क्या है, एक चोटी सी दुनिया है ना, तो दुनिया किसी एक बंदे से तो चलती नहीं,
19:30ऐसे फिल्म है और एक चोटी दुनिया है, उसमें हर रंग के, हर किस्म के पातर होने चाहिए,
19:36ये उनका एक प्लस पॉइंट है कि वो रेकगनाईज करते हैं, बरना बनने के बाद वो अकेले भी आके इंटरविउ कर देंगे,
19:42मैंने ये कर दिया, मैंने फोड डाला, मैंने यो, लेकिन उनको पता है कि निमरत जी बोलेंगी, तो अपने एंगल से बोलेंगी,
19:48मैं बोलूंगा, मेरा प्रस्पेक्टिव होगा, उन्होंने तो फिलम सोची, बनाई, डिरेक्ट की, सब की है, मैं शायद अपना थाओट कोई नया लेकिया हूँगा,
19:56निमरत जी अप नए ठाहट लेकिया हैं? और भी हमारे साथ... कहीं Priince Kamal Jeet होते हैं, कहीं इंटरेव्यוגस में हमेरे साथ...
20:01वह अपना ठाहट cicat के आते हैं. हैं. हमारे एंटरव्यوज्ञी में रहे हें वो.
20:03अब जो हमारी आडियास हैं जो के लिए हम ये इंटरविज कर रहे हैं,
20:06उनको बहुत कुछ जानने को मिलता है.
20:08मेरे ख्याल से ये पिक्चर को बहुत सुपट करता है.
20:11तान्य क्यों बहुत भाईजी.
20:12और मैं बहुत जानना हूँ, इसके बाद आप और करंज जौर साथ खुद आयें,
20:17कि पीपा जी अगली फिक्चर भी बनाओ, मैं मैं से लगाता हूँ.
20:20मैंने आप कहा, अकला अफिस ही अपना परुमाली को बनाएं.
20:23करंज जौर साथ बहुत बहुत बनाएं.
20:25और मैं आप आपे अबार की भाार नहीं रहे हैं.
20:27बहुत भी गुड़ सीनेमा और इंडियन सीनेमा.
20:31मैं वह अब थोवर दूआएं.
20:33और इसके बाद आप और करंज जौर साथ खुद आयें,
20:37मैं पैसे लगाता हूँ
20:38मैंने आपको हो ना क्या ख़ला अफिस ही अपना प्रतुमाली में बना है
20:41समा के बगल में अफिस को लगाते हैं
20:43Humble Productions का
20:45Thank you so much and keep making good cinema
20:47और पिक्चर देखेंगे
20:49और फिर I hope अच्छा ही निकलेगा मुझसे
20:52Thank you so much