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  • 4/4/2025
Waqf Amendment Bill: वक्फ संशोधन विधेयक पर 12 घंटे से अधिक लंबी बहस के बाद बुधवार (02 अप्रैल, 2025) देर रात लोकसभा में इसे पारित कर दिया गया. इसके बाद इस विधेयक को गुरुवार (03 अप्रैल, 2025) को राज्यसभा में चर्चा के लिए रखा गया. यहां से भी ये बिल पास हो गया. बिल के पक्ष में 128 वोट पड़े, जबकि विरोध में 95 वोट पड़े. इस दौरान अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि जेपीसी के कई सुझावों को स्वीकार किया गया.....इससे पहले कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने सदन से पूछा कि वक्फ बिल पर चर्चा इतनी देर से क्यों हो रही है. उन्होंने कहा कि चर्चा के लिए आठ घंटे का समय दिया गया था, लेकिन सदन इतनी देर से चल रहा है.....राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि इस बिल में कई खामियां हैं. वक्फ संशोधन बिल अल्पसंख्यकों को परेशान करने के लिए लाया गया है. उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक मंत्रालय का बजट कम हो गया है और जो अलॉट है, उसे ही सरकार खत्म नहीं कर पा रही है....कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, "मैं गृह मंत्री अमित शाह से अपील करूंगा कि आप इसे प्रतिष्ठा का मुद्दा मत बनाओ. मुसलमानों के लिए ये अच्छा नहीं है और संविधान के ये खिलाफ है. सौहार्द के माहौल को कायम रखने की कोशिश करो, छेड़ने की नहीं."

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Transcript
00:00वक्तव बिल पर नितीश कुमार और चंडर बाबु नाईरू से लेकर चिराक पासवान तक धर्म निर्पेक्ष नेता हैं या फिर नहीं।
00:07इस पर नई बहस शुरू हो गई है।
00:09अब बारी बारी से हर चेहरे के जर्ये ये समझने की कोशिश करते हैं कि मुसल्मान बोटों की राजनीती करने वाले इन नेताओं ने अगर बिल का समर्थन किया तो आखर क्यूं किया।
00:18शिर्वात बिहार के CM नितीश कुमार से करते हैं कि बिहार विधान सभाँ चुलाव से ठीक पहले नितीश कुमार ने बिल का समर्थन करके सेल्फ बॉल किया है या फिर कोई सियासी मास्टर स्टोक चल दिया है।
00:29आम तोर पर ईद हो या फिर कोई दूसरा आयोजन नितीश कुमार अपनी धर्म निर्पेक्ष छवी की वज़े से ऐसे किसी आयोजन का हिस्सा बनने का मौका नहीं छोड़ते हैं।
00:45नितीश कुमार की मुस्लिम पॉलिटिक्स को समझने के लिए थोड़ा पीछे चलते हैं।
00:512005 में नितीश कुमार जब पहली बार मुख्यमंतरी बने थे तो नोंने तीन प्रेयोग किये थे।
01:00पहला प्रेयोग डलीतों से महाडलित अलग किये।
01:04दूसरा प्रेयोग पिछडों से अती पिछडों को अलग किया और ऐसे ही उन्होंने मुस्लिमों में से पसमांदा मुस्लिम अलग करके उन्होंने काम किया।
01:12इस प्रेयोग का असर ये हुआ कि 2010 के विधान समाच चुनाव में नितीश और बीजेपी गटबंधन को जीत मिली और जेडीउ के साथ मुस्लिम विधायक जीते और बीजेपी से भी एक मुस्लिम विधायक जीता।
01:42साल 2015 में जब नितीश लालू के साथ गए तब भी मुस्लिमों ने उनका साथ दिया।
01:54लेकिन जैसे जैसे वो राजुनीतिक पल्टी मारते गए मुस्लिम नितीश कुमार से छिटकते चले गए।
02:022020 में बिहार चुनाव के बाद का सर्वे कहता है कि 76 पीसदी मुस्लिमों ने लालू कॉंगरस के महा गडबंधन को वोट दिया था।
02:12सिर्फ 5 पीसदी मुस्लिमों ने एंडियो को वोट किया और तब जेजियू और जीतन राम मांजी इसका हिस्सा थे।
02:192 पीसदी मुस्लिम वोट चिराग पासवान की एलजेपी को मिला, 11 पीसदी मुस्लिम वोट ओवैसी के गडबंधन को और 6 पीसदी मुस्लिम वोट अन्नी को मिला।
02:28अतीजा ये रहा कि 19 मुस्लिम बधायक जीते लेकिन 11 टिकेट दे कर भी जेडियू से कोई मुस्लिम नहीं जीता।

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