मुंबई, महाराष्ट्र: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महाराष्ट्र की मुख्य सचिव सुजाता सौनिक ने IANS से कहा, ये दिन दुनिया भर में मनाया जाता है और सभी महिलाएं इस दिन काफी अच्छा महसूस करती हैं। महिलाएं इसे एक अवसर के रूप में देखतीं हैं। ये दिन कई महत्वपूर्ण चर्चाओं को सुनने का अवसर भी प्रदान करता है। कुल मिलाकर ये एक बहुत ही विशेष दिन है।
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00:00I think, पूरे विश्व में ये दिन मनाया जाता है, न?
00:03तो ये एक दिन है जब लेडीज को अच्छा लगता है
00:07और वो सब एक दुसरे को congratulate करती हैं,
00:10वो celebrate करती हैं, तो वो इसका fun part है.
00:14और मुझे ऐसा लगता है कि ये ऐसा दिन है जिस दिन
00:17मैलाओं के उपर विशेश रूप से एक focus आता है,
00:22तो बहुत सारी बातें कहने का, सुनने का आउसर मिलता है,
00:27तो उस तरह से देखा जाये तो ये बहुत ही अच्छा दिन है.
00:29अभी तो देखी कितनी सारी योज़नाय हैं हमारी, न?
00:32जिसमें हम focus विमिन पे कर रहे हैं, तो अगर मैं इंड़स्ट्री से शुरू करूँ,
00:37तो विमिन को workforce बनाने का हमारा प्रयास है,
00:41कि जादा से जादा महिलाएं आएं और उद्योग में सहभाग लिएं,
00:45और फिर आपको मालूनी है कि हमारे हां लगपती दीदी,
00:49लाड़की, भेना, ये योजणा भी चल रही है, न?
00:52विश्व कर्मा में भी महिला उद्योग पतियों को हम support कर रहे हैं,
00:56हमको training देते हैं, हमको kit देते हैं,
00:58तो ऐसे तो अगर आप देखें, तो हम हर तरह से,
01:02और फिर अगर आप शिक्षन में जाएं, और उच्छिक्षन में जाएं,
01:05वहां भी हमारी योजणायें हैं, जहां महिला, हम चाहते हैं कि लड़की college जाएं,
01:10उसकी fees हमारी तरफ से भी जा रही हैं, उसको support,
01:13फिर वह हमारी pink e-rickshaw भी एक scheme आपको मालूमी होगी,
01:16है न, उसमें भी हम महिलाओं को support दे रहे हैं, कि वो खुद का वेवसाई करें,
01:20तो ऐसी बहुत सारी, अनेक योजणाय हैं, एक नहीं,
01:23देखिए मुझे नहीं लगता कि विशेश रूप से हमारे लिए ही challenges है,
01:29I think आप किसी भी शेतर में काम करें, आप चाहिए उद्योग में काम करें,
01:34किसी महावित्याले में काम करें, किसी तरह के audio visual medium में काम करें,
01:40challenge यही है, जो आपकी सारी भुमिकाई हैं, हमारी बहुत सारी भुमिकाई होती हैं,
01:50वो सब लेकर आपको चलना है, मुझे ऐसे लगता है कि महिला की तरफ देखने का दुश्ची कुण बतना चाहिए,
01:58कि वो अबला है, वो कुछ कर नहीं पाएगी, उसको सहायता लगेगी, उसको हमेशा हमें संभालना पड़ेगा,
02:09I feel ये चीज़ें बदलने की जरूरत है, आपको ये समझना चाहिए कि अगर वो पढ़ लिग गई है और उसमें वो शमताएं हैं,
02:20जो काम आप उसको देना चाहें वो कर सकती है, तो फिर आपको भेदबाव नहीं करना चाहिए, और महिला वो ही ना, वो दिश्टी कोण है न, अबला समझते हैं, हम उसको एक पर्टिकुलर नजरिये से देखते हैं,
02:31कि ये अपना बचाओ नहीं कर पाएगी, तो इसके साथ हम कुछ भी कर सकते हैं, इसलिए मुझे ऐसा लगता है कि जो पालक हैं, जहां भी वो काम करती हैं, इस सभी की जवाबदारी है कि घर में और घर से पहार, उसकी सेफ़िटी और उसकी मुव्मेंट बिल्कुल अच्�