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नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर पांच बार की गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड धारक एथलीट सूफिया सूफी ने IANS के साथ अपनी सफलता का मंत्र साझा करते हुए कहा, खुद पर भरोसा रखें और अपनी ताकत को पहचाने। अपनी एविएशन की नौकरी छोड़कर उन्होंने दृढ़ संकल्प के साथ अल्ट्रारनिंग को आगे बढ़ाया साथ ही गोल्डन क्वाड्रिलेटरल (2021) और कश्मीर से कन्याकुमारी (2019) तक दौड़ने वाली सबसे तेज महिला जैसे रिकॉर्ड भी बनाए। सूफिया ने महिलाओं से खुद पर विश्वास करने और बिना किसी संदेह के चुनौतियों को पार करने का सुझाव दिया। वे सामाजिक बाधाओं के बावजूद जुनून और आत्मविश्वास को अपनी सफल यात्रा का श्रेय देती हैं। इसके बाद उनका लक्ष्य 'रन अराउंड द ग्लोब' के लिए 680 दिनों में 40,000 किलोमीटर दौड़ने वाली पहली महिला बनना है।

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00:00या, क्योंकि यह पहले पर ज़िना है।
00:03होता है ना, कि जब आप चेलेंजेंजेंगें लेते रहते हैं और फिर आप हमेशा उसके बड़ा करने की सोचते हैं, आप छोटा करने की कभी नहीं सोचेंगें।
00:12तो, जब पहला एकस्पेडिशन मैंने प्लान किया था, तो मुझे लग रहा था कि ये मेरे लिए सपने की तर है।
00:20अब आपकी बोलते हैं ना, कि ग्रीड बढती जाती है आपकी। आप कभी छोटा नहीं सोचेंगे, आप बड़ा करने की सोचेंगे।
00:27इपनी कितलाइट के लिए और इन्हें पहला बहुत प्रपड़ागत है।
00:34जब आप लीक से कुछ करने के, अलग रिकेंट से करने के सोचते हैं, तो पाफ़े चेलेंजेस आते हैं,
00:40बढ़ मुझे यह लगता है कि जब आपके अंदर कुछ पैशन होता है किसी चीज को लेके,
00:44तो मुझे लेका पैशन आपसे हर बो चीज करवाता है, और आप फिर हर्डल्स के बारे में नहीं सोचते हैं, चेलेंजेस के बारे में नहीं सोचते हैं,
00:51आप बस यह सोचते हैं कि जो आपने एक टारगेट सेट कर दिया है, आपको उस तक पहुँचना है.
00:56अगर आप किसी बी स्पोर्ट्स में हैं या स्पोर्ट्स के अलावा भी किसी आपका कोई भी गॉल है लाइफ में.
01:03तो आपका ख़डल के बारे में सोचे ही ना उसके लिए उस हद तक प्रेजीनेस उस हद तक पैशन होना चाहिए.
01:08और मेरी जो लाइफ की ज़र्मी है वो पैशन से तो नहीं चुड़ू हुई थी और यह बस एक कॉर्परेट लाइफ है.
01:15मुझे देली रूटीन से बाहर आना है और वो जो नाइट शिव्ट सुबा करती थी.
01:20मुझे किसी तरह बाहर आने के लिए मुझे कुछ करना था. रनिंग के बारे में सोचा, पार्क रनिंग से स्टार्ट किया और उसके बारे में यह पैशन हो रही थी. अच्छा लगने लगया, जब कोई चीज़ अच्छी लगने लग जाती है तो आप उसके आगे जाने
01:50की तक जो कितना से ओलामपिकस गेम के पढ़ा करतेहिंगे थो आधार पर जाना है।
02:04कुछ देर बाद एक चीज़ी खतं हो जाती है. पर डियम्बरग रनिंग पर, आपको चलते ही जाना है, आपको रन करते ही जाना है.
02:11और कब तक आपको नहीं पता. वो थाऊँजन किलोमेटर भी हो सकते हैं, फोर थाऊँजन भी हो सकते हैं, एक गंट्री से दुसरी गंड्री भी हो सकते हैं.
02:19मैंने ये पूरा इंडियोरेंस का गेम है, जिसमें मैंट्सेट का बहुत बड़ा रॉल है. ये मैंन्ट्सेट के बारे में है.
02:56मैंने 2019 में पहला रना था कश्मी तुक अन्या कुमारी, वो पहला गिनिज का र्एकॉर्ट बना रॉल रैनिंग का. और मैं 2020 में गूर्डन कुबाड़ रेकॉर्ट रना करना था, यह 6000 किलोमेटर था, किलली, चेना, खेलकता, आपता मेंट्सेट का पुरा �
03:26क्योंकि उसके पर अपनी एक वाप पर परताना चाहता है, आपको सिर्फ लचन्य ही नहीं करने हैं。
03:31मैं बैट बादें का चेलेंजीगट लेना चाहते थी जहांपर सिर्फरन्ंग नहूं, उस में आपकी आपकी परतानी की बात हो,
03:36इसमें आप चेक करें कि आपकी जो बॉड़ी है कैसे रयक्ट करें और कितना आगे तक आप पुष्च कर सकते हैं उसे
03:41तो कुछ मेरे mountain running भी किया, मनली से ले का record बनाया
03:45in male, female, both the categories, three times, two times
03:49and I did Siachen to Kargil for Indian Army
03:53and I did across Qatar, from south to north
03:56वो भी एक record था मेरा, so I have five Guinness world records, तो ऐसे ही बस challenges लेते लेते लेते लेते यह लगा कि अबी और आगे तक जा सकते हैं
04:08and starting सारी challenges की साथ हुई क्योंकि एक पूरी corporate लाइफ को छोड़ना, जब आप एक अच्छी position पे हो
04:15तो मैंने भी नहीं सोचा और पिर उसके बाद 2019 में मुझे job छोड़नी पड़ी
04:25मुझे यह लगता है कि लाइफ में आप एक time पर एकी काम focus के साथ कर सकते हैं, तो काम नहीं कर सकते हैं, तो मुझे यह लगा कि अबी मुझे अपने दिल की सुननी चाहिए
04:35और मुझे अपने passion को आगई तक ले के जाना है जब पे आप आर्खार रेनिंग का उस वक्षट पे जब नारे क्या था, उस वक्षट पे इतना recognition नहीं था लोग जानते भी नहीं था अच्छा रेनिंग होती क्या है
05:15उसमें भी काफ़े सारे चेलेंजेज़ आए।
05:17पर ये था कि
05:19टाइम होते होते सपोर्ट मिलता गया
05:21और मैंने कभी भी
05:23अपने आपपे बिलिव नहीं छोड़ा।
05:25मुझे ये लगा कि जो लाइन
05:27मैंने चुनी हैं, जो गोल्ड चुने हैं,
05:29अपने अपने लिए पर त्रक्स्य लिकल जाएंगे अपने आप।
05:32तो ऐसे ही रस्ते बंती गए
05:35और मैं आगर बढ़ती गए।
05:37अपने पूरी जुर्णी नहीं झील रहि हैं अब तक कि
05:39मैंने जैसे ही जोब छोड़ी,
05:41मैं इन कौर्परेट हूँ था।
05:43उसके बाद में छोटने के बाद में जो डिसिजन्स नहीं है, जो एक्सपेडिशन प्लान की है, उसमें ख़ाद बात यह कि उसमें कभी मैंने कोश्चन मार्क आने ही नहीं दिया.
05:52कभी भी जो डाउट था, वो था ही नहीं मेरे अंदर. पर पता नहीं मुझे यकीन था कि ये लाइन चुंड़ी है, इसमें हडल ज़रूर है, चेलेंज़ ज़रूर है, लेकिन वो पूरा ज़रूर होगा.
06:02जब मैंने ये स्पोर्ट मेंने शुरू किया था, मैंने किसी को बताते भी थी कि हम इस तरह से रन करने जा रहे हैं, जो लोग थे वो डाउट पूर नज़रों से देखते थे कि इतना लंबा कौन रोडता है और इतना कैसे हो पाएगा.
06:17मैंने इसलिए मुझे कोई बड़वाण नहीं था, मैंने बात कि रूपाट के ज़रूर के किसी यहाँ पाएगा थी, तो यहाँ पाएगा था कि मेरे बाद 2020 में पहला पाटनर आ थे वो अंडर आर्मरी थे, ते लिए कि अपतक उनके साथ मेरा रूपाट के ज़रूर की
06:47तो मुझे लगता है कि उसमें question mark नहीं होना चाहिए, उसमें doubt नहीं होना चाहिए।
06:53और मैंने उसी passion के साथ वो start किया था, जो ultra running का journey था, उसी passion के साथ start किया था।
06:59और यखीन था कि tough होगा, बट हो जाएगा।
07:02और support के बारे में बात कहूं तो, जब sponsors नहीं थे, जब partners नहीं थे, तो लोगों ने बहुत support किया, जब मैं run किया था।
07:13एक city से दुसरी city, एक country से दुसरी country, तो लोगों का काफ़ी अच्छा support मिला उसमें।
07:18बट इसी तरह manage हो पाया, everything is going well.
07:24काफी सारे reasons हैं, जैसे कि अब मैं शेयर किया था, कि doubt जब आने लग जाते हैं हमारे दिल में, और specially इंडिया जासी country के अंदर,
07:34जैसे हम सब को पता है कि women's को लेके और उनको boundary set करती रहे हैं, और सबसे जो बड़ी problem यह है,
07:42कि हम विमेंज हैं तो हम नहीं कर पाएंगे, पर मैं यही सबसे बड़ा reason है, और मुझे यह लगता है कि,
07:52जिस community से मैं आती हूँ, जिस family से मैं बिलॉंग करती हूँ, वहाँ पे भी restrictions हैं,
07:58मैं पहली यह लड़की थी, जो घर से बाहर निकल के, जिसने job किया, aviation join किया, और यही सब मैं जो भी craziness कर रही हूँ के लिए, तो I think आपको पहले प्र यकीन होना चाहिए, फिर आप दूसरों को convince करें, कि जो आप करने जा रहे हैं, वो ठीक होगा,
08:13जैसे मैंने job छोड़ के यह line चुनी थी, तो मेरी family तो बिलकुल कह रही थी, कि लड़की पागल हो चुनी थी, क्योंकि इतना subtle job छोड़ के, जब आपने 9-10 years एक industry में लगा दिया हूँ, और आपकी position अच्छी हो, तो I think फिर घरवाले सोचने लग रहे थी, कि एक पूरी secure job
08:43से बैटर मैं उनको time दू, और मैं उनको proof करके बता हूँ, कि जो मैं करने जा रही हूँ, वो ठीक है, मैंने वो ही किया, और जैसे की हमारा mind set ही सब कुछ होता है, basically, हम यह कहते ना, कि यह वो सारे excuses होते हैं, कि घरवाले allowed नहीं करेंगे, Indian society यासी है, हमने खुदी अपने �
09:13दूनने की ज़ादा ज़रूरत है, कि उसे बार कैसे आया जाएं, तो I think, जो एक डर है ना हमारे अंदर, एक doubt है, कि नहीं, being a woman हम यह नहीं कर पाएंगे, हमारी skin खराब हो जाएगी, हम अच्छे नहीं दिखेंगे, tanning हो जाएगा, और हो सकता है बिमार पड़ जाए, तो I
09:43और मेरी जो जर्णी है, वो बिल्कुल एजी नहीं थी, कहने को पाँच पर record बोलने में एक मिनिट भी नहीं लगेगा, पर उसके जो बीच का जो challenges हैं, कभी-कभी मुझे hospital, hospitalize भी होना पड़ा, कभी-कभी बॉड़ी में काफी सारे इशूज हो जा दे थे, पर उस जर्णी
10:13में स्पोर्ट करती हूँ, और जिस सरते मैं exercise करती हूँ, like back-to-back, एक दिन के बाद, दूसरा दिन, पीसरी दिन, और कई दिन तक अपने आपको prepare करना, daily run करना, 50 km, 60 km, कभी-कभी 100 km आपको daily run करना होता है, I think it's all mindset, और हमारी जो body है, it's like a miracle, आप जितना उसको push क
10:43तो I think हम कुछ नहीं कर पाएगे, और ऐसा नहीं कि women's को लेके, हर किस्सी life अलग होती है, मैं यह मानती हूँ,
10:49पर सबसे पहले आप अपनी अंदर की strength को पहचानने की ज़रूर्थ है, क्योंकि दो हाथ-पाईर हमें भी दी हैं, और दो हाथ-पाईर males को भी दी हैं,
11:00तो I think मुझे यह लगता है कि हमें खुद अपनी power के बारे में नहीं पता होता है, सबसे पहले अपनी strength को ढूंढे, और अपना आपको push करने सिखें, बज़ाये कि हम excuses ढूंढे, society का, family का, या किसी और जीज़ का.
11:14क्योंकि it's like my burning desire to run around the world, because I took up road running challenges, mountains में running करके देखी, and जब से मैंने long running expeditions शुरू की हैं अपने सारे, मैं तबी से इसके बारे में सोचती हूँ कि मुझे around the globe करना है, जिसका distance 40,000 km होगा, and 32 countries होंगी, जो मुझे cover करनी होंगी, और वो मैं next year plan कर रही हूँ.
11:43यह मेरा सबसे बड़ा सपना है, जो complete होने वाला है, और मैं उसके लिए prepare हूँ, इसके जो planning है, पिछली दो साल से चल रही है.
11:50मेरा सबसे पहले message यही है सब के लिए, कोई भी चाहे it's not all about running, कोई भी sport हो, या कोई भी आपकी life का goal हो, तो सबसे पहले जो step होता है, वो होता है mindset.
12:05हमें अगर वहीं पर doubt आ गया, तो मुझे लगता है कि वो होगी नहीं पाएगा, या फिर आप complete भी कर लेंगे, तो उतना success नहीं मिलेगा उसमें.
12:12तो I think लाइफ में जो भी आप goal चुन रहे हैं, उसके लिए positive mindset का होना बहुत ज़रूरी है.
12:17Positive mindset से मतलब ये कि believe in yourself, आप जो भी करने जा रहे हैं, उसपे विश्वास रखें, वो complete होगा.
12:24और ज़रूरी नहीं है कि आपको हर तरीकी से, हर जगह से positivity मिलेगी, सारे लोग आपको cheer up करेंगे, सारे लोग आपको support करेंगे.
12:32पर आपको अपने आप पर बिलीव रखना है कि जो आप करने जा रहे हैं, उसमें आप 100% success होगी.
12:36पर आपको एक positive mindset का होना बहुत ज़रूरी है, और excuses से बाहर आने की कोशिश करें, अपने अंदर की strength को पहचाने.
12:46क्योंकि यह हमारे दिमाग है, जो हमें excuses देता है, excuses बनाता है, और यही हमारे माइंड है, जो हमें push करता है, beyond limits.
12:54I think बहुत ज़रूरी है, उस shelf के बाहर आने की ज़रूरत है हमें, और हर चीज possible है, हम हर काम कर सकते हैं.
13:02हमेरी body बनी ही ऐसी है, कि हम जितना push करना चाहेंगे, उसको उतना push कर पाएगी, बस एक ज़रूरत है, सिर्फ एक mind-set की.
13:09बिल्कुल क्योंकि आप physically कितना भी फिट हो मेरे ख्याल से, मैं physically फिट हूँ, और मैं अपना ख्याल रख रही हूँ अच्छे से अपनी daily life में, तो I think आप कोई भी, अगर आप एक house wife भी हैं, तो I think आपका goal सबसे पहले आपका fit रहना है, क्योंकि अगर आप fit रहेंगे, तो
13:39आप कोई भी काम करेंगे, चाहे वो घर का काम हो, चाहे बाहर का काम हो, तो I think उसके लिए सबसे पहले mental फिट होना ज़रूरी है, दोनों का सात्मे फिट होना बहुत ज़रूरी है, तो I think it's good initiative और I think काम करती हैं चीज़ें, जब आप उनको, आप push करते हो अपने आपको, औ
14:09पुश करने का, पर I think ये बहुत अच्छा initiative है, और आप जितना अपनी abilities को, अपनी capabilities को explore कर पाएं, लोगों तक पहुँचे, उनसे share करें, और mental fitness पर I think ज़ादा focus करने की जुरूरत है, क्योंकि मैं देख रही हूँ ये चीज़ें, क्योंकि अभी जो माहौल है हमारे इंडि
14:39के लिए, कहते ना कि जब से मुझे बाल आये हाथ में, तो लोग ज़ादा mental stress में रहने लग गए हैं, तो I think उस पर ज़ादा काम करने की जुरूरत है, mental fitness के उपर, तो उसके लिए की थोड़ा सा
14:51बाहर जाए, ज़रूरी नहीं है कि अगर आप एक sports में हैं या एक कोई sports कर रहे हैं, तो ही आपको फिट रहना हैं. अगर आप घर की house wife हैं या आप कुछ भी काम कर रहे हैं, तो आपका fit रहना उतना ही ज़ादा ज़रूरी है, जितना एक अथिलीट का, जितना एक sports person का.

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