• 3 months ago
जानी मानी लेखिक डॉक्टर शामोली खेरा की लिखी नई बुक लेटर्स टू डॉटर्स ऑफ टूमारो की रिलीज के मौके पर एक्ट्रेस कीर्ती कुल्हारी मौजूद रही।

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00:00अगर आपको अपने अगर अगर अपने अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अ�
00:30अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर
01:00मेरे असाब्से हम जिस environment में पलते हैं
01:04especially daughters, बहुत ही important है
01:06तो ये book दो perspective से लिखी गई है
01:09एक, कि जो हम वो environment देते हैं अपने बच्चों को, अपनी लड़कियों को
01:14similar होना चीज़िए जो हम अपने बेटे को देते हैं, number one
01:17और number two, ये वो लड़कियों से भी बात कर रहा है
01:20because एक internal और external change होना बहुत ज़रूरी है
01:23तो जैसे किर्ती ने भी कहा कि, आपको अपने अंदर का confidence बना के रखना है, जगा के रखना है
01:29और हम कितना भी बता ले, every girl will have her own journey
01:33so, किर्ती, you want to add to that?
01:35हाँ, मतलब यार बहुत clear है टाइटल से, letters to the daughters of tomorrow
01:40कोशिश यही है शामली की, you know, through the research and through our own experiences
01:46and the experiences of others, कि हम कैसे आने वाले generation के लिए
01:51उनकी जो journey है, उनकी जदो जहत है, थोड़ी आसान कर सकते हैं
01:57हम किस तरह से उनको, अपने experiences शेयर करके, उनको थोड़ा सा गाइड कर सकते हैं
02:02क्योंकि मैं मानती हूँ कि हम सबकी लाइफ में challenges आते हैं, अलग लग तरह से आते हैं
02:07लेकिन हम एक दूसरे की अगर किसी तरह से मदद कर सके, तो I think उस एसाबसे ये जो book है, ये बहुत ज़रूरी है
02:14मैं आपसे बात करूँ थो, इस generation की वाले के लिए जैंजी generation के लिए जाना है
02:20हमेशा से लोग हमेशा से बहुत प्रेवेट होते हैं, यहां बस ज़्यादा दिख जाता है क्योंकि social media है, तो बहुत share कर लेते हैं, feedback बहुत जल्दी आ जाते है
02:35हमेशा से लोग हमेशा से बहुत ज़्यादा दिख जाता है, तो बहुत ज़्यादा दिख जाता है, तो बहुत ज़्यादा दिख जाता है, तो बहुत ज़्यादा दिख जाता है, तो बहुत ज़्यादा दिख जाता है, तो बहुत ज़्यादा दिख जाता है, तो बहुत ज
03:05ज़्यादा दिख जाता है, तो बहुत ज़्यादा दिख जाता है, तो बहुत ज़्यादा दिख जाता है, तो बहुत ज़्यादा दिख जाता है, तो बहुत ज़्यादा दिख जाता है, तो बहुत ज़्यादा दिख जाता है, तो बहुत ज़्यादा दिख जाता है, तो बह
03:35मीं डिया वो Auckland के, अश नहीं कुछ एक भीं रहा हूँ, अपनी ओटने हरा की या युवर शाली मुझा या तच पूतरों, बल
03:41आपको बहुत सही हैं, हमारे जो बोईज हैं, वो एक अलग प्रेशर से गुजरते हैं, जिसके बारे में हमने आज बात की नहीं है, जैसे हम ब्रेड़ विनर की बात कर रहे थे, हम यहाँ पे बात कर रहे हैं, कि लड़कियों को वो राइट दिया जाए, कि वो ब्रेड
04:11करना है, तो यह एक प्रेशर दिखना है, तो 100% एक लेटर टू दे संस भी होना चाहिए,
04:18ये मैं लिख पाई असानी से, क्योंकि मैं खुद एक डौटर रह चुक्यूँ, और मेरी अपनी परस्टनल जूर्णी से,
04:25मैं अपनी विमिन से मैंने बात की है, मैं अपनी विमिन से मैंने बात की है, मैं अपनी विमिन से मैंने बात की है, मैं अपनी विमिन से मैंने बात की है, मैं अपनी विमिन से मैंने बात की है, मैं अपनी विमिन से मैंने बात की है, मैं अपनी विमिन से मैंने बात की है, मैं �
04:55अपनी विमिन से मैंने बात की है, मैं अपनी विमिन से मैंने बात की है, मैं अपनी विमिन से मैंने बात की है, मैं अपनी विमिन से मैंने बात की है, मैं अपनी विमिन से मैंने बात की है, मैं अपनी विमिन से मैंने बात की है, मैं अपनी विमिन से मैंने बात की है, मैं अप
05:25को आपको गए बनाता है, जैसे यह मोगीज बना के जब ये बाहर रकते हैं, हरी का एक अपना परस्पेक्टिव, एक नजरिया उठा है, रहिए?
05:31अब ये बुक एक single perspective से लिखी गए है
05:34कि हमें विमिन को empower करना है
05:36और feminism को थोड़ा positively लेना है
05:38because your right there is toxic feminism
05:40but again it's about, it's coming from a place
05:43जहाँपे उसको लग रहा है, उसको उसके rights नहीं मिले
05:45येस उसका इस्तमाल में भी गलत तरीके से कभी कबार होता है
05:48but if we go to the root cause
05:50we will find that empathy in our heart
05:53कि इसके साथ गलत हो रहा है, इसलिए ये role में जा रही है
05:56जैसे queen bee syndrome की बात हम कर रहे थे
05:58ज़ाँपे कहा जाता है, एक research है कि
06:00women bosses, women colleagues से ज़ाधा rude होते हैं
06:04या उनको help नहीं करते हैं
06:05वो male colleagues को ज़ाधा help करते हैं
06:07अब ये बोलने जाए तो काफी judging वाली research है
06:11लेकिन इसका underlying meaning ये है कि
06:13women bosses are insecure
06:15क्योंकि इतने कम leaders हैं at the top
06:17तो उन्हें लगते हैं, अगर मैं और women को help करूंगी
06:19तो ये मेरी position ले लेगी
06:21it comes from that psychology
06:23so we need to change that
06:25so you are right, toxic feminism हो रहा है
06:27ये book उसी को identify करके बोल रही है
06:30मुझे personally लगता है कि हमें
06:33विल्कुल women को empower करना है
06:36लेकिन आद्मियों को नीचे दिखा करना है
06:39that is something that I do not agree with
06:41I do not
06:43मैं उसको मैं promote नहीं करती हूँ
06:45मैं औरतों को empower करना चाहती हूँ
06:49लेकिन I think हमें लगता है कि
06:52मर्द और औरच सब साथ में हैं
06:54यह एक की औरते सिब अपने आप में नहीं लड़ाई कर सकती
06:58हमें we need men by our side
07:00in our lives to make this happen
07:02and to really form a society
07:04जहांपे यह बाते ही नहूं
07:06एक point के बाद

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