Paris witnessed one of the worst airplane crashes in the world, when a Concorde supersonic jet Air France Flight 4590 crashed, leading to the loss of 100+ people. It was an airplane that was considered a luxury, and it traveled at double the speed of sound. But how did this crash happen? What went wrong? Watch this video to find out as I talk about this incident in detail
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00:00नमस्कार दोस्तों! 25 जुलाई 2000, शाम के करीब 4 बजे
00:04एर फ्रांस की फ्लाइट 4590 तैयार होती है टेक औफ के लिए
00:08ये विमान पैरिस से न्यू यौर्क जा रहा है
00:10लेकिन ये कोई आम पैसेंजर फ्लाइट नहीं है
00:13बल्कि ये फ्लाइट है सूपर सौनिक कॉनकॉर्ड विमान की
00:16ये एक ऐसा एरोप्लेइन है जो साउंड की स्पीड से दुगनी तेजी से उलता है
00:20यानि इसकी एक स्पीड कमपेर कर सकते हो आप गन से निकली गोली से
00:24आम तोर पर जो पैसेंजर फ्लाइट होती हैं नॉर्मर एरोप्लेइन में
00:27पैरिस से नुयोर्ग जाने के लिए 8 घंटे का समय लेती हैं
00:30लेकिन सूपर सौनिक कॉनकॉर्ड विमान ये सफर सिरफ 3.5 घंटे में पूरा कर सकता है
00:35एक और खास बात ये है कि ये फ्लाइट अमीर लोगों से भरी पड़ी है
00:38कॉनकॉर्ड में उडान भरना एक लक्शरी कंसिडर किया जाता है
00:42ये कोई ऐसी चीज नहीं है जो एक आम आदमी अफोर्ड कर सकता है
00:45क्योंकि सिरफ एक फ्लाइट टिकट पैरिश से न्यू यौक जाने की और न्यू यौक से वापस पैरिश आने की
00:50बारा हजार डॉलर कोस्ट करती है
00:52और ये मैं बात कर रहा हूँ आज से 22 साल पहले की
00:55अगर आप इंफलेशन को अकाउंट में लो तो ये आज के 20,000 डॉलर के बराबर हैं
00:59यानी 15 लाख रुपए से जादा की ये फ्लाइट टिकट थी
01:034 बचके 40 मिनित ये फ्लाइट टेक औफ करने के लिए तयार होती है
01:07रनवे पर स्पीड अप करना शुरू करती है
01:09जैसे ही ये रनवे पर तेज़ चलने लगता है विमान
01:11एरपोर्ट पर बैठे एर ट्राफिक कंट्रोलर अचानक से देखते हैं
01:15कि कुछ आग सी जलने लग रही है प्लेइन के नीचे
01:17वो पाइलेट को इंफॉर्म करते हैं
01:19लेकिन पढ़ा चलता है कि प्लेइन अलरिडी काफी तेज़ चलने लग चुका है
01:22और अभी ये काफी लेट हो गया है फ्लाइट को अबोर्ट करने के लिए
01:25यहाँ पर प्लेइन को रोका नहीं जा सकता
01:27पाइलेट वापस एयर्ट्राफिक कंट्रोलर को बताते हैं
01:30कुछी सेकिंड्स में ये प्लेइन हवा में उड़ जाता है
01:32और ये आग बढ़ती चली जाती है
01:33देखते ही देखते ये आग आउट अफ कंट्रोल हो जाती है
01:36प्लेइन में बैठे पाइलेट्स प्लेइन को लेवल करने की कोशिश करते हैं
01:39कुछ इंजन सुच औफ कर देते हैं
01:41पढ़ा चलता है प्लेइन में अब इतनी स्पीड नहीं बची
01:43एरपोर्ट के पास मौजूद कुछ हाइवेज पर जा रहे लोग
01:46अपनी गाडियों से प्लेइन को देखते हैं
01:49ये ध्रिश्ये बहुत चौका देने वाले होते हैं
01:51और पाइलेट्स कुछ ही मिन्टों में
01:53पूरी तरीके से कंट्रोल लूस कर जाते हैं प्लेइन पर
01:56और ये प्लेइन 15 किलोमेटर दूर पैरिस से
01:59एक ओटेल में जा कर क्राश कर जाता है
02:02इस क्राश में, 100 के 100 पैसिंजर जो प्लेइन में थे
02:04और 9 के 9 टाकेटर में गोईलेव न यो प्लेइन में थे
02:07सब मारे जाते हैं
02:08प्रस्टिज़ी बहुते ऐरू था अपना थे ateel
02:11सपसे 100 कोड़ वीमान विमान यह डेढड रहे थे।
02:13यह प्लेइन क्रैश दुनिया को चॉका कर रह देता है।
02:16लोगों को यगीन नहीं ओता है।
02:17यह कैसे हो सकता है?
02:18यह तो सबसे प्रेस्टिजियस एरोप्लेन है हमारा।
02:21दुनिया का सबसे टॉप क्लास एरोपलेइन,
02:23कौनकौर्ड सूपरसोनिक एरोपलेइन,
02:25यह कैसे कराश कर सकता है?
02:27सूपरसॉनिक कौनकौरड एरपलेइन की हिस्टरी में
02:29यह पहला और इकलोता पलेन कराश था, जो हुआ.
02:32ना तो इससे पहले कोई कॉंकॉरड विमान क्रैश करा और ना ही इसके बाद कोई क्रैश करा
02:36लेकिन इस एक प्लेइन क्रैश सूपरसॉनिक विमानों का इतिहास बदल कर रख दिया
03:02सुपरसॉनिक शब दोस्तों साउंड से काफी रिलिटिड हैं आवास की गती से
03:23जो आहम तौर पर स्पीड उफ साउंड होती है सी लेवल पर वो अप्रोक्सिमेटली
03:27एक विमान कितनी तेजी से उड रहा है उसकी स्पीड को चार कैटेग्रीज में डिवाइट किया जा सकता है
03:47सब सॉनिक, ट्रांस सॉनिक, सूपरसॉनिक और हाईपरसॉनिक
03:50मोटे मोटे तओर पर, अगर सीड ॉफ साउंड से कम ने उसकी स्पीड तो वह सॉनिक, एरोपलेन हुआ
03:54स्पीड उफ साउंड के आसपास है तो ट्रांस सॉनिक, सीड उफ साउंड से ज्यादा है तो सूपरसॉनिक
03:59और पांच गुना से भी ज्यादा है तो हाईपर सॉनिक।
04:01इन स्पीड्स को दोस्तो रेफर किया जाता है माक नंबर्स के दुआरा.
04:05माक नंबर बेसिकली रेशयो है एरक्राफ्ट की स्पीड की और साउंड की स्पीड की.
04:08आम तोर पर जिन हवाई जहाजों में हम आज कल उड़ते हैं, जो पैसिंजर एरक्राफ्ट हैं,
04:12उनकी स्पीड 900 किलोमेटर पर आवर के आसपास होती हैं.
04:15तो वो सब सॉनिक की कैटेगरी में आएंगे.
04:18जो कॉनकॉड विमान था, और यहाँ पर मैं था कह रहा हूँ क्योंकि आज के दिन ये विमान एकसिस्ट नहीं करता.
04:23क्यों नहीं करता, इसकी हम आगे बात करेंगे.
04:25उसकी स्पीड होती थी 2160 किलोमेटर पर आवर.
04:29ये अल्मोस्ट मार्ख 2 के बराबर है और आज कल के हमारे पैसेंजर जेट मार्ख 0.8 के बराबर है.
04:35अगर आप जानना चाहते हो, आज के दिन जो सबसे तेज एरोपलेन है, वो कितनी स्पीड पर उड़ता है, तो वो है मार्ख 3.3.
04:423500 किलोमेटर पर आवर से भी जदा और ये फाइटर जेट है लॉक हीट सर 71 ब्लैक बर्ड.
04:47जो इसका अगला मॉडल है SR 72, उसकी डेवलप्मेंट अभी चलने लग रही है और माना जा रहा है कि साल 2025 में उपनी पहली टेस्ट फ्लाइट कमप्लीट करेगा
04:55और उसकी स्पीड बताई जा रही होगी मार्ख 6 से भी जदा. 7400 किलोमेटर पर आवर अप्रोक्समेटली.
05:01इस केस में ये सूपर सॉनिक से भी उपर हाइपर सॉनिक की कैटेगरी में आ जाएगा
05:05क्योंकि ये कैटेगरी मार्ख 5 से लेकर मार्ख 10 की स्पीड के लिए होती है
05:09अब सूपर सॉनिक एरोप्लेइन्स के बारे में सबसे इंटरेस्टिंग चीज पता है क्या है दोस्तों
05:12जब भी एरोप्लेइन्स हवा में उड़ते हैं एक सॉनिक बूम जेनरेट होती है
05:16जिमान आवास से भी तेज उड़ने लग रहे हैं
05:29नॉर्मल पैसेंजर जेट्स के राउंड जो साउन की वेव्स होती हैं
05:32वो कुछ इस तरीके से कर्फ कर जाती हैं
05:35लेकिन सूपर सॉनिक स्पीड इतनी तेज होती है
05:37ये साउन वेव्स एक दूसरे के उपर ओवरलाब करने लग जाती हैं
05:40तो इसकी वज़े से एक बहुत ही तेज थंडर जैसी आवाज आती है
05:43जैसे कोई बहुत ही बड़ा धमाका हुआ हो
05:45इसे सॉनिक बूम कहा जाता है
05:47और अगर आप जमीन पर खड़े हो, आपकी उपर से कोई सूपर सॉनिक एरोपलेन गुजरता है
05:50तो आपको इस सॉनिक बूम सुनाई देगी
05:52इसे आप compare कर सकते हो जब आप एक बैलून को पिन से फोडते हो
05:56तो अंदर की हावा का प्रेशर बहुत तेजी से रिलीज होता है
05:59जिसकी वज़े से बहुत तेज आवाज आती है फटने की
06:01यही चीज एक बड़े स्केल पर होती है सूपर सॉनिक एरोपलेन में
06:04इस चीज को बहुत से लोग वेपर क्लाउड से confused कर जाते हैं
06:07यह जो फोटोज आप देखोगे कि एक क्लाउड सा फॉर्म होने लग रहा है जब एरोपलेन फ्लाय कर रहे हैं
06:11यह वेपर क्लाउड सूपर सॉनिक एरोपलेन में भी फॉर्म होते हैं
06:14लेकिन यह ट्रांस सॉनिक में भी फॉर्म हो सकते हैं
06:16अब यह एक ऐसा फिनॉमिना है जो तब होता है जब एक ट्रांस सॉनिक एरोपलेन मॉइस्ट एर में ओड रहा हो
06:21हवा में जब बहुत ज़्यादा हुमिडिटी हो
06:23तो उसके विंगस के अराउंड एर प्रेशर बहुत तेजी से ड्रॉप कर जाता है
06:27और टेमपरेचर भी ड्रॉप कर जाता है
06:28तो हवा में मॉझूद मॉइस्चर अक्शुली में कलाउड में कनवर्ट हो जाता है
06:32ऐसा अक्शर होता है कि एक क्लाउड वेपर वाला एफेक तब देखने को मिलता है
06:35जब एक एरोप्लेइन साउन बैरियर को तोड़ता है
06:38लेकिन हमेशा ज़रूरी नहीं कि ये तब ही देखने को मिले
06:41अब सुपरसॉनिक फलाइट की दोस्तो एक बड़ी ही इंट्रेस्टिंग हिस्ट्री रही है
06:44आपको ये सारी बाते सुनकर लगेगा कि ये कोई नई टेकनॉलॉजी होगी
06:47लेकिन अक्शुली में इंसानों ने 1947 में ही सूपरसॉनिक बैरियर को ब्रेक कर दिया था
06:52आक्शुली में इंसानों ने एक बड़ी ही इंट्रेस्टिंग हिस्ट्री रही है
06:58अक्शुली 14 नाइन्टीन 47 में मेझर चार्ल्स येगर यूएस एरफोर्स के
07:03ये पहले पाइलेट थे जिन्मोंने एक एरोप्लेइन को उडाया सुपरसॉनिक स्पीड पर
07:07ये चीज इन्होंने करी थी एमेरिका में मुहावे डेजर्ट के उपर
07:10इसके तुरंत बाद ही बड़े-बड़े बिजनस्मैन और कमर्शिल एवियेशन कंपनीज को भी इंट्रेस्ट आने लगा सुपरसॉनिक फलाइट में
07:17इन्होंने पुछा कि ये सिर्फ मिलिटरी जेट सी क्यों सुपरसॉनिक फलाइट करें
07:20क्यों ना हम आम लोगों के लिए, पैसिंजर्स के लिए भी अब ऐसे एरोप्लेइन्स बनाए, फलाइट बनाए
07:25जो सुपरसॉनिक स्पीड पर चल सकें
07:27करीद 10 साल तक इस चीज़ पर काफी काम हुआ, लेकिन एर्ली 1960s में
07:31कॉल्ड वार चल रही थी USA और सोवियट उनियन के बीच में
07:34तो USA की जो एरोस्पेस इंडॉस्ट्री थी, उसने अपना फोकॉस स्पेस पर लगा दिया
07:39उन्हें चांद पर जाने में ज्यादा एंट्रेस था,
07:40अरो प्लेइन्स के कोम्पैरसियन में प्रास्टिस क्राफ्ट पज्णेत में जियादा एंट्रेस था
07:44क्योंकि बूल्ध उसूपरसॉनिक सेक्टर में जो गवल्ब्मेंट्स हो रही थी
07:46वो यूरोप में शिफ्ट हो गए।
07:48फ्रांस और बृटेन ने मिलकर
07:49साथ में एक मॉल्टी बिलियन्ड डॉलर डील साइन करी,
07:52रीसर्ज करी.
07:53बृटेन और फ्रांस पर प्रोजेक्ट में करते हैं।
07:56पर नौवेंबर 1962 को,
07:58दोनों सरकारों ने कॉनकॉर्ड एग्रीमेंट को
08:00दुनिया के सामने लाकर रखा.
08:02इस एग्रीमेंट के तहट दोनों सरकारे मिलकर
08:04यहाँ पर एक सुपरसॉनिक जेट लाइनर बनाएंगी,
08:06जिससे पैसेंजर्स के लिए इस्तिमाल किया जाएगा,
08:08सिरफ मिलिटरी के लिए नहीं।
08:10कुछी सालों बाद मार्च 1969 में,
08:12पहली कॉनकॉर्ड विमान की सक्सेस्ट्वल फ्लाइट हुए।
08:37और देखते ही देखते, कुछ और सालों बाद,
08:39कॉनकॉर्ड दुनिया की पहली सुपरसॉनिक फ्लाइट बन गई,
08:42जहाँ पर सिविलियन्स, सिरफ मिलिटरी के लोग नहीं,
08:45बलकि सिविलियन्स भी अब ट्रैवल कर सकते थे,
08:48सुपरसॉनिक स्पीड्स पर.
08:49इस फ्लाइट की टैगलाइन बनी,
08:51अराइव बिफोर यू लीव,
08:52क्योंकि एटलांटिक ओशन को क्रॉस करके,
08:54एरोप से अमेरिका आधे टाइम में पहुंचा सकती थी.
08:57कॉनकॉर्ड के लिए बड़ी प्रेस्टीज की बात है,
08:59कि आज के दिन तक,
09:00ये इकलोता कमर्शियली उड़ने वाला
09:03सुपरसॉनिक एरक्राफ्ट रहा है.
09:05वैसे आज के दिन,
09:06आपको जानकर हैरानी होगी,
09:07कि 90% एरोपलेइन्स जो बनते हैं,
09:10वो दो कम्पनीज के दोरा बनाये जाते हैं.
09:12एरबस और बोइंग.
09:14इन दो कम्पनीज की अल्मोस्ट एक डूओ पॉली है,
09:17दुनिया भर के एरक्राफ्ट मैनिफैक्ट्रिंग सेक्टर पर.
09:19कॉनकॉड एरोपलेइन्स अपने आप में बहुत युनीक थे.
09:22शायद से सबसे युनीक चीज इन एरक्राफ्ट के बारे में थी,
09:25इसका जो नोज वाला पार्थ होता है.
09:27इनके फ्रंट का ये नोज, अक्शुली में,
09:29उपर, नीचे करके एज्जेस्ट किया जा सकता था.
09:31टेक औफ और लैंडिंग्स के समय,
09:33पाइलेट ताकि देख सकें, विजिबिलिटी ज्यादा अच्छी हो,
09:36ये नोज नीचे की तरफ डूप किया जा सकता था.
09:38और जब एरोप्लेइन आस्मान में तेजी से उड़ रहा हो,
09:40तो इसे बेटर एरोडाइनमिक्स के लिए
09:42वापस उपर किया जा सकता था.
09:44इंटिरियर इसका इतना बड़ा नहीं था,
09:46आज के एरोप्लेइन के कमपरेजन में,
09:48सिरफ सौ पैसंजर्स ही बैट सकते थे.
09:50लेकिन शुरुवात में इंटिरियर बड़ा
09:52सिमपल टाइप का हुआ करता था,
09:54धीरे धीरे टाइम के साथ ये और लग्जरियस बनता गया.
09:56कि इस एरोप्लेइन की टिकट खरीदना इतना सस्ता नहीं था.
09:59तो जब वैसे ही अमीर लोग इसकी टिकट खरीद रहे थे,
10:02तो इस एरलाइन्स में सोचा कि जो इंटिरियर है,
10:04इसे और लग्जरियस टाइप का बना दिया जाया.
10:06टाइम के साथ साथ शैंपेट और कैवी आर जैसी चीजे भी सर्फ कर रहे जाने लगी इसमें.
10:10और इस एरोप्लेइन में ट्रैवल करना एक तरीके का स्टेटिस सिम्बल बन गया लोगों के लिए.
10:141990s में दुनिया भर के जो सबसे बड़े सूपर स्टार्स थे,
10:18सेलेबरिटीस थे, स्पोर्ट स्टार्स थे, जो पॉलिटिशिन्स थे,
10:21सब ने कॉनकॉर्ड विमान में एक न एक फ्लाइट जरूर ली.
10:24फॉर्मर बृतिश प्राइम मिनिस्टर टोनी बलेर भी इस फ्लाइट में बैठे थे.
10:28इस पूरे करियर के दुरान, कॉनकॉर्ड का एक बहुत ही जबर्डस सेफ्टी रिकॉर्ड रहा.
10:32कोई प्रॉबलम्स नहीं होती थी इन फ्लाइट में.
10:34आज तक एक भी प्लेइन क्रैश नहीं हुआ था,
10:37इस प्लेइन को उड़ते हुए.
10:38सब की सेफ्टी का बहुत ध्यान रखा जाता था,
10:40लग्जरी भी थी यहां पर,
10:42लेकिन ये सब बदल गया 25 जुलाई 2000 को.
10:46एर फ्रांस की फ्लाइट 4590 जब क्रैश कर जाती है पैरिस के पास,
10:50इसकी बात मैंने वीडियो के शुरू में करी थी.
10:52प्लेइन में मौझूद 109 के 109 लोग मारे जाते हैं इस क्रैश में.
10:56इंवेस्टिकेशन के बाद पता चलता है,
10:58की जो इससे पहले प्लेइन उड़ा था रनवे पर,
11:00उसने एक 17 इंच का मेटल का तुकड़ा रनवे पर छोड़ दिया था.
11:04और जब ये वाली एयर फ्रांस की फ्लाइड रनवे पर आई गोडान भरने के लिए,
11:08तो ये जो छोटा सा मेटल का तुकड़ा था, ये इसके टायर में जाकर भसा,
11:13इससे टायर कट गया, टायर पंचर नहीं हुआ,
11:15लेकिन टायर के जो फिर छोटे-छोटे पीसिस हुए,
11:18वो प्लेइन के लेफ्ट विंग के नीचे बड़ी ही तेज स्पीड से लगे.
11:20इसकी वज़ेसे एक बहुत ही हाई प्रेशर शौक वेव क्रियेट होई,
11:24जिसकी वज़ेसे फ्यूल टैंक फट गया.
11:26प्लेइन हवा में उड़ा तक नहीं था
11:28कि फ्यूल लीक होना शुरू हो गया,
11:30और क्यूंकि बहुत ज़्यादा हीट होती है वहाँ पर.
11:32प्लेइन के पईयें इतनी तेजी से घुम रहे होते हैं,
11:35तो उस हीट की वज़ेसे अब इस फ्यूल पर आग लग गए.
11:38एर ट्राफिक कंट्रोलर ने नोटिस किया इस आग को जलते हुए,
11:41लेकिन तब तक बहुत लेट हो चुका था.
11:43प्लेइन को रोका नहीं जा सकता था.
11:45तो प्लेइन उड़ गया, आग बड़ी ही तेजी से फैलती गई,
11:48आग को कंट्रोल में नहीं ला सके प्लेइन के पाइलिट्स.
11:51उन्होंने इंजिन औफ करने की कोशिश करी,
11:53प्लेइन धीरे होता गया और एवेंचुली एक होटेल में जाकर क्रैश कर गया.
11:58और जैसा मैंने बताया, इस इंसेरेंट ने दुनिया के लोगों को चौका कर रख दिया.
12:02क्योंकि अभी तक हर कोई मानता आ रहा था,
12:04कि ये प्लेइन लेना कितना सेफ है,
12:06कितने प्रेस्टीज की बात है,
12:07कितने स्टेटिस की बात है.
12:08इसे टैटानिक से बता किया जा सकता है,
12:10टाइटानिक जहाज को लोग मान थे थे,
12:12कि ये कितना बड़ा जहाज है, ये तो कभी डूब ही नहीं सकता.
12:14ये कौनक खौर्ड कितना बड़ा, प्रेस्टीजियस एरो पलेइन है,
12:17इस एरोप्लेइन है ये तो कभी क्रैश होई नहीं सकता।
12:20इस क्रैश के बाद प्लेइन की रेपिटेशन बहुत जादा गिर गई।
12:23Air France और British Airways दोनों ने फैसला लिया
12:25कि temporarily वो रेटायर कर देते हैं सारी Concorde फ्लाइटस को
12:29जब तक वार इंवेस्टिकेशन अपनी कमप्लीट नहीं करते।
12:32कुछ महिने बाद नवेंबर 2001 में
12:34वो वापस से Concorde की फ्लाइटस को reintroduce करते हैं।
12:37लेकिन उनका बिजनस कभी वापस recovery कर ही नहीं पाता।
12:41इसके पीछे कई रीजन्स हैं।
12:42प्लेइन क्रैश से हुई खराब reputation एरोप्लेइन की।
12:45ये तो ओबियस सा रीजन सामने आता ही है।
12:47लेकिन इसके लावा,
12:482001 नवेंबर में
12:50जिस टाइम पर ये एरोप्लेइन को reintroduce किया गया।
12:53वो एक बहुत ही खराब समय था।
12:55इसके लावा, इस प्लेइन की अपने आप में भी कुछ कम्या थी।
12:58जिस सॉनिक बूम के बारे में मैंने आपको बताया था।
13:00एक बारी experience करने के लिए
13:02बहुत ही कमाल की चीज लगती है।
13:04लेकिन अगर आप रोज अपने घर के उपर से
13:06इस सॉनिक बूम को सुनते रहोगे, तो आप फिर इस परेशानी बन जाएगे।
13:08जिस जमीन पर रहने वाले लोग थे,
13:10जिनके उपर से इस सूपर सॉनिक एरोटलेन गुजरता था,
13:12वो बड़े परेशान थे इसको लिए।
13:14लेकिन फिर भी जिन लोगों के घर,
13:16एरपोर्ट से पास थे,
13:18उन्होंने पर टेस्ट करना शुरुग तिया,
13:20कॉंकॉर्ड को पर परवार्ड करना चाहते हैं।
13:22इसके बारे में, जिन जमीन पर रहने लोग थे,
13:25वो बड़े परेशान थे इसको लिए।
13:27नॉइज लेवल्स बहुत ज़्यादा थे इस कॉंकॉर्ड में।
13:29नॉइज लेवल्स को कम रखने के लिए,
13:31इन एरलाइन्स वालों ने क्या किया था,
13:33इन्होंने कहा कि कॉंकॉर्ड का जो फ्लाइट रूट हैं,
13:35पानी के ओशन के उपर से ही ज्यादा रखें,
13:37लैंड के उपर से कम कर दें।
13:39लेकिन फिर भी जिन लोगों के घर,
13:41एरपोर्ट्स के पास थे, उन्होंने प्रोटेस्ट करना शुरूग किया है,
13:43कॉंकॉर्ड को लेकर।
13:45इसके लावा एक और प्रॉबलम थी,
13:47एक आम पैसेंजर एरोप्लेइन के कमपैरिजन में,
13:50कॉंकॉर्ड का जो फ्यूल कंजम्शन था,
13:52वो चार गुना ज्यादा था.
13:53तो ये ना तो इन्वायमेंट के लिए अच्छा था,
13:55ना ही एकानॉमिक्स के लिए अच्छा था.
13:56और फाइलिली आखरी बड़ी वजह है,
13:58इन प्लेइन्स को मेंटेन करने ही कॉस्ट,
14:00और ओपरेट करने ही कॉस्ट बहुत ज्यादा हाई थी.
14:02बृतिश एर्वेज के लिए साल भर की कॉस्ट,
14:05इनकी कॉंकॉर्ड फ्लीट को मेंटेन करने की,
14:09जो कि उस जमाने की बात है,
14:11आज के टाइम में ये 1.7 बिलियन पाउंट्स के आसपास हो गए.
14:14और अगर आप एक पैसेंजर के पस्पेक्टिव से सोचो,
14:1615 लाख रुपए एक फ्लाइट टिकट पर स्पेंड करना,
14:19जल्दी पहुँचने के लिए,
14:21लेकिन एंड में आप बैठ तो इसी सीट पर रहे हो,
14:23जो कोई इतनी ज्यादा बड़ी सीट भी नहीं है,
14:25इससे अच्छा एक बिजनस क्लास या फर्स्ट क्लास के टिकट पर ये पैसा स्पेंड कर लो,
14:29कम से कम लेट कर सो जाओ,
14:30ज्यादा लगजरी मिलेगी उस सेंस में,
14:32तो वैसे भी इसकी डिमांड इतनी ज्यादा हाई नहीं थी,
14:34लेकिन जितनी भी कसर बची थी,
14:36वो उस प्लेइन क्रैश ने पूरी कर दी,
14:38और रेपिटेशन जब नीचे गई,
14:40तो ये कॉनकॉर्ड फ्लाइट्स खाली उड़ने लगे.
14:42इनी सब रीजन्स की वाज़े से,
14:44साल 2003 में, Air France और British Airways
14:46ने फैसला लिया कि वो अपनी कॉनकॉर्ड फ्लाइट्स
14:48को बंद कर देंगे, परमनेंटली.
14:50और 24 उक्टुबर, 2003 को,
14:52आखरी कमर्शियल कॉनकॉर्ड फ्लाइट उड़ी.
14:55ये आखरी सूपरसॉनिक फ्लाइट भी थी,
14:57दुनिया के इतिहास में.
14:59आज के दिन, almost 20 साल बाद भी,
15:01कोई सूपरसॉनिक कमर्शियल फ्लाइट
15:03exist नहीं करती है.
15:05आम तोरपर, जब हम किसी भी टॉपिक की बात करते हैं,
15:08किसी भी सेक्टर की बात करते हैं,
15:10टेकनोलोजी हमेशा आगे बढ़ती है.
15:12लेकिन ये एक ऐसी जगह है, दोस्तो,
15:14जहांपर टेकनोलोजी वापस पीछे चली गई है.
15:16आजके दिन सूपरसोनिक फ्लाइट और भी कॉमन हो जानी चाहिए थी.
15:22कौन नहीं जल्दी पहुंचना चाहता,
15:24एरोप्लेइन्स और तेस ट्रैवल करें,
15:26हर कोई चाहता है ये.
15:27लेकिन अन्फोर्चिनेटली कहानी यही है.
15:29लेकिन अच्छी ख़वर पता है क्या है?
15:31आज नहीं तो कल सूपरसोनिक एरोप्लेइन्स अपनी वापसी जरूर करेंगे.
15:35इस टेकनोलोजी में जो भी कमिया है, उन पर काम किया जा रहा है,
15:38सलुशन निकाला जा रहा है.
15:39हाल ही में एक स्टार्ट-अप उभर कर आया है,
15:41वूम नाम से, जो सूपरसोनिक एरक्राफ्ट को बनाता है.
15:44और युनाइटिड एरलाइन्स, एक मेजर अमेरिकन एरलाइन है,
15:47इसने अनॉंस किया है कि इन्होंने 15 प्लेइन्स ओडर किये हैं इस स्टार्ट-अप से.
16:09जब शायद से हम लोगों को वापस एक सूपरसोनिक एरोटलें में बैठने का मौका मिल पाएगा.
16:14Environmental damage जो एक negative point था, उसे counter करने के लिए,
16:18इस company ने कहा है कि ये सिरफ sustainable aviation fuel का इस्तिमाल करेंगे,
16:22जो biodegradable material से बना है.
16:24इन्होंने ये भी कहा है कि इनका जो aircraft बनता है,
16:27वो net zero carbon emission से बनता है.
16:29जानी कोई extra carbon dioxide produce नहीं की जाती इस process में.
16:33लेकिन environmental impact को इतना कम रखना,
16:35price को economically feasible बनाना,
16:37और technology को time के साथ develop करना,
16:40इतना आसान भी नहीं होने वाला है.
16:41लेकिन interesting चीज़ पता है क्या है?
16:43Overture aircrafts अगर आ भी जाते हैं 2029 में,
16:46इनकी speed Concorde के मुकाबले में फिर भी कम ही रहेगी.
16:49ये mark 1.7 पर उड़ेंगे,
16:51mark 2.0 के comparison में जिस पर Concorde उठता था.
16:54तो इनके बाद भी Concorde दुनिया का सबसे तेस चलने वाला passenger jet रहेगा.
16:59लेकिन इस speed पर भी एक direct फायदा ये होगा,
17:01कि दुबाई से सिंगापुर की flight जो कि आच के दिन 7 घंटे लेती है,
17:04इन aeroplanes में सिरफ 4 घंटे का समय लेगी.
17:07वीडियो interesting लगा,
17:08तो बाकी aeroplane related videos भी देख सकते हैं,
17:10आप मेरे जहाँ पर मैंने ऐसी ही और aeroplane mysteries की बात करी है.
17:13इस playlist पर ज़रूर्ड क्लिक करिए,
17:15और west city...