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राजस्व मंडल अध्यक्ष राजेश्वर सिंह ने कहा कि प्रशासनिक तबके को विधिक एवं व्यावहारिक दृष्टिकोण से निष्पक्ष एवं दृढ़तापूर्वक सेवाएं देने का संकल्प लेना चाहिए। वे गुरुवार को आरआरटीआई अजमेर सभागार में आरटीएस 31वें बैच के नवनियुक्त नायब तहसीलदारों के आधारभूत प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने कार्य व्यवहार में श्रेष्ठ व्यक्तित्व को आधार बनाकर कार्य करें। अतिक्रमण हटाने के विषय को प्राकृतिक न्याय के सिद्धांत से कार्य करें। कार्य संपादन में गंभीरता, अनुशासन व सहजता के संतुलन को बनाए रखने को कहा।

उन्होंने समुचित आत्मज्ञान एवं आकलन को भी कार्य निष्पादन का श्रेष्ठ आधार बताया। उन्होंने कार्य क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए स्थानीय भौगोलिक, सामाजिक, ऐतिहासिक, व्यापारिक, राजनीतिक व सांस्कृतिक परिवेश को पूरी तरह समझते हुए ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं का विधिवत अध्ययन करने की जरूरत बताई।

69 प्रशिक्षु आरटीएस ले रहे हैं आधारभूत प्रशिक्षण

आरंभ में आरआरटीआई निदेशक ऋषिबाला श्रीमाली ने बताया कि संस्थान में आरटीएस के 31वें बैच के तहत 69 प्रशिक्षु आरटीएस आधारभूत प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। अंत में तहसीलदार ओमप्रकाश शर्मा ने आभार जताया।

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Transcript
00:00 There is a spiritual goal and a material goal.
00:04 In our culture, we call it "Elok" and "Parlok".
00:11 We will not talk about "Parlok" now.
00:19 If anyone wants to talk about it, they can come to me.
00:24 We have a lot of work in that too.
00:27 We will talk about "Elok" which is our present life, our material life.
00:33 You will see three aspects in that.
00:38 First is your practical life, personal life.
00:44 Second is your professional life, social life.
00:57 It is said that a person can only be happy if he is a human being.
01:08 This applies to all the people, from farmers, laborers, to the President of India.
01:20 There should be balance in all three aspects of life.
01:27 Your personal life...
01:30 Enjoy.

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