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भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मध्यरात्रि को हुआ था। भगवान ने धरती पर जन्म असुरों के बढ़ रहे अत्याचार और कंस के विशान के लिए ही लिया था। जन्माष्टमी भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है। इस दिन भक्त भगवान कृष्ण की पूजा करने के साथ व्रत भी रखते हैं। जन्माष्टमी के दिन रात 12 बजे भगवान के जन्म होने पर विशेष पूजा होती है और घंटे-घड़ियाल बजा कर उनके जन्म पर खुशियां बांटी जाती हैं। वीडियो में देखें जन्माष्टमी पूजा विधि 2023: जन्माष्टमी पूजा कैसे करें ?

Lord Krishna was born at midnight on the Ashtami of Krishna Paksha of Bhadrapada month. God had taken birth on earth only for the increasing tyranny of the Asuras and for the destruction of Kansa. Janmashtami is celebrated as the birth anniversary of Lord Krishna. On this day devotees observe fast along with worshiping Lord Krishna. On the day of Janmashtami, at 12 o'clock in the night, special worship is done on the birth of God and happiness is distributed on his birth by ringing bells and gongs. Watch Video and know Janmashtami 2023 Puja Vidhi In Hindi: Janmashtami Puja Kaise Kare ?

#Janmashtami2023
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