Battle of Bhima Koregaon real story. Dalits from all walks of life were in Bhima Koregaon, about 40 kms from Pune city, to commemorate a 200-year-old battle in which the Dalit-dominated British army defeated Peshwas in Maharashtra. The Battle of Koregaon took place on 1january1818 in the village of koregaon, Maharashtra, between troops of Maratha rular Baji Rao Peshwa II and 800 troops of the British East India Company.
महाराष्ट्र के पुणे के भीमा कोरेगांव में भड़की हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है... लेकिन क्या आपको पता है की इस लड़ाई के पीछे का इतिहास क्या है.. क्यों दलित इसे शौर्य दिवस के तौर पर मनाते हैं ... दरअसल ये कहानी आज से 200 साल पहले की है.. जब अंग्रेजों के साथ मिलकर महार जाती के सैनिकों ने पेशवा को युद्ध में हरा दिया था... कहा जाता है की महार के सिर्फ 500 सैनिकों ने पेशवा के बीस हजार सैनिकों को धूल चटा दी थी... इस युद्ध में महार जाती जीत को ही शौर्य दिवस के तौर पर मनाती है...
महाराष्ट्र के पुणे के भीमा कोरेगांव में भड़की हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है... लेकिन क्या आपको पता है की इस लड़ाई के पीछे का इतिहास क्या है.. क्यों दलित इसे शौर्य दिवस के तौर पर मनाते हैं ... दरअसल ये कहानी आज से 200 साल पहले की है.. जब अंग्रेजों के साथ मिलकर महार जाती के सैनिकों ने पेशवा को युद्ध में हरा दिया था... कहा जाता है की महार के सिर्फ 500 सैनिकों ने पेशवा के बीस हजार सैनिकों को धूल चटा दी थी... इस युद्ध में महार जाती जीत को ही शौर्य दिवस के तौर पर मनाती है...
Category
🗞
News